लॉक डाउन में कितने मजदूर मरें, उसका सरकार को पता नहीं : राहुल गांधी
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण अपने घर लौटने को मजबूर मजदूरों और प्रवासी कामगारों की हुयी मौतों को लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधा है।
राहुल गांधी ने तो यहां तक कह दिया कि लॉक डाउन में कितने मजदूर मरें उसका सरकार को पता तक नहीं है।
राहुल गांधी ने ट्वीट के माध्यम से मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ जंग छेड़ रखी है।
राहुल गांधी के 15 सितंबर को किये गए एक ट्वीट ने मजदूरों और प्रवासी कामगारों के मुद्दे को फिर से हवा दे दी है।
राहुल ने ट्वीट कर लिखा कि “तुमने ना गिना तो क्या मौत ना हुई? हाँ मगर दुख है सरकार पे असर ना हुई, उनका मरना देखा ज़माने ने, एक मोदी सरकार है जिसे ख़बर ना हुई।
राहुल के इस शायराना अंदाज से एक दिन पहले वकील प्रशांत भूषण ने भी ट्वीट कर सरकार को घेरा।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि “सरकार की तरफ़ से संदेश बिल्कुल साफ़ है. हमें प्रवासी मज़दूरों की कोई फ़िक्र नहीं. आख़िर वो हैं कौन, वो कोई अंबानी अदानी हैं?
14 सितंबर को ही Article 14 वेबसाइट की ओर से भी मजदूरों की मौत के विषय में आंकड़े पेश किये गए।
Article 14 की ट्वीट में लिखा गया कि केवल 4 जुलाई तक 971 लोगों की मौतें हुयी।
Article 14 के अनुसार 216 लोग भूख से, 209 लोग अपने घरों को जाते हुए रास्ते में दुर्घटना से मौत हुई थी और 133 लोगों ने आत्महत्या की थी।
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