राम मंदिर निर्माण को लेकर वाराणसी पहुंचे श्रीश्री रविशंकर शुरू की अनुग्रह यात्रा

राम मंदिर निर्माण को लेकर वाराणसी पहुंचे श्रीश्री रविशंकर शुरू की अनुग्रह यात्रा

वाराणसी: जैसे – जैसे 2019 का लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे ही राम मंदिर के निर्माण को लेकर सियासी हलचल भी तेज हो गई है। इसी मामले में मंदिर निर्माण को लेकर काशी में श्री श्री रविशंकर की पहल पर मंगलवार को गिरिजा देवी संस्कृति संकुल में संत समागम हुआ।

इस संत समागम के बाद श्री श्री ने अपने 1200 अनुयायियों के साथ विशेष ट्रेन द्वारा अनुग्रह यात्रा के लिए निकल पड़े यह तीन दिवसीय रेल यात्रा लखनऊ में जाकर समाप्त होगी। वाराणसी नगरी में श्री श्री रविशंकर की पहल पर संत समागम का आयोजन किया गया था।

जानकारों की माने तो यह राम मंदिर निर्माण की दिशा में एक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, शिव की काशी श्रीराम के मंदिर की पहल श्री श्री रविशंकर द्वारा शुरू की जा चुकी है, इसी मौके पर उन्होंने कहा कि राम मंदिर के निर्माण की पहल सही दिशा में चल रही है। जल्दी ही इसका परिणाम देखने को मिलेगा हम सभी को एक साथ जुड़कर कार्य करने का प्रयास कर रहे हैं।

जब हमने श्री श्री रविशंकर से पूछा कि आखिर उनकी यह पहल कब तक पूरी होगी, तो उन्होंने कहा कि यह एक बड़ा काम है और पिछले 4 से 6 महीनों से वह इस विषय में प्रयास कर रहे  है। और इस मामले में जल्द ही अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे उन्होंने हमें बताया कि देश भर से लोगों के इस मामले पर सकारात्मक प्रतिक्रियाए मिल रही है।

कार्यक्रम में नहीं पंहुचा कोई मुस्लिम धर्मगुरु

हालांकि इस कार्यक्रम में श्री श्री रविशंकर ने मुस्लिम धर्म गुरुओं को भी न्योता भेजा था। पर इस संत समागम में एक भी मुस्लिम धर्मगुरु नहीं पहुंचा, इससे संत समाज नाराज भी दिखा पर किसी ने इस पर प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त की इस कार्यक्रम के बाद श्रीश्री विशेष ट्रेन से काशी से लखनऊ तक अनुग्रह यात्रा के लिये वाराणसी सिटी स्टेशन से ट्रेन में सवार होकर निकल गए। कुल 18 बोगियों वाली इस ट्रेन में श्रीश्री के साथ उनके 1200 अनुयायियों भी शामिल हुए।

उनकी यह विशेष ट्रेन वाराणसी सिटी स्टेशन से चलकर, मऊ, देवरिया, श्रावस्ती, गोरखपुर में निर्धारित ठहराव के बाद लखनऊ के गोमती नगर स्टेशन तक जायेगी, जहा इस कार्यक्रम का समापन होना है।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.

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