काशी में मेहमानों से गुलजार हुए घाट
वाराणसी। वैसे तो वाराणसी के घाटों की छटा अद्भुत और अद्वितीय है और लगभग सारा संसार वाराणसी के घाटों की संस्कृति और परंपरा से परिचित है। दुनिया के कोने कोने से विदेशी मेहमान वाराणसी में काशी के घाटों के दर्शन को आते हैं।
मगर काशी के घाटों की शोभा बढ़ाने के लिए सर्दियों के मौसम में साइबेरियन पक्षियों का समूह एक अलग ही छटा बिखेरता है। वाराणसी में नौकाविहार करने वाले सैलानी इन साइबेरियन पक्षियों को करीब से देखते हैं। यह साइबेरियन पक्षी गंगा की लहरों के साथ अठखेलियां करते नजर आते हैं जिससे नौकाविहार करने वाले सैलानी इन साइबेरियन पक्षियों को देखकर अत्यंत प्रसन्न होते हैं।
दिसंबर की गुलाबी ठंड में सात समुंदर पार से आए इन पक्षियों के साथ सैलानी फोटो लेते हैं जिसे वह यादगार के तौर पर संजोकर रखते हैं। सफेद रंग के यह शांतिदूत पक्षी वाराणसी के गंगा घाटों पर सभी के दिलों में अपनी एक अलग जगह बनाते हैं।
वाराणसी में नौकाविहार कराने वाले नाविकों का कहना है कि इन पक्षियों की वजह से लोग ज्यादा से ज्यादा नौकाविहार करते हैं जिससे अच्छी खासी कमायी भी हो जाती है।
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