काशी के इस पुत्र को मिला 125 साल बाद विश्व धर्म संसद का न्यौता
वाराणसी: अमेरिका के शिकागो शहर में 11 सितम्बर 1893 को 125 साल पहले स्वामी विवेकानंद ने विश्व धर्म संसद में ”मेरे प्यारे भाइयों और बहनों…” कहकर जिस भाषण का प्रारंभ किया था दुनिया आज भी उसकी मुरीद है। वह ऐतिहासिक भाषण जो कि अमरीकी शहर में आयोजित किया गया था उसके बाद वाराणसी के प्रो. डॉ. राकेश उपाध्याय इसकी 125वीं वर्षगांठ पर इस मंच से दुनिया को संबोधित करेंगे।
देंगे वैदिक विज्ञान पर भाषण
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में सेन्टेनरी चेयर प्रोफेसर डॉ. राकेश कुमार उपाध्याय को भारत अध्ययन केंद्र,‘द ओरियंटल इंस्टीट्यूट, यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो में ”वर्ल्ड कांग्रेस ऑन वैदिक फाउंडेशन ऑफ मैनेजमेंट साइन्सेज” विषयक चार दिवसीय आयोजित सम्मेलन में बतौर वक्ता निमंत्रित किया गया है।
रवाना हुए नई दिल्ली से
11 सितंबर से 15 सितंबर 2018 के मध्य इस का आयोजन शिकागो यूनिवर्सिटी में स्वामी विवेकानंद के विश्व प्रसिद्ध ”शिकागो वक्तृत्व” के सवा सौ पूरे होने की याद में किया गया है। दिनांक 9 सितंबर 2018 को प्रो. उपाध्याय शिकागो यूनिवर्सिटी में भाषण देने के लिए नई दिल्ली से रवाना हो चुके हैं।
शोधपत्र प्रकाशित हुए है नेचर मैग्जीन में
गौरतलब है कि हाल ही में अन्तर्राष्ट्रीय रिसर्च मैग्जीन ”द नेचर” में दो शोधपत्र प्रो.डॉ राकेश उपाध्याय के प्रकाशित हो चुके हैं। पांच पुस्तकों का लेखन कार्य प्रो. उपाध्याय कर चुके हैं जिनमें से इंडियन मैनेजमेंट थॉट मुख्य है।
मूल निवासी हैं अजांव गांव के
प्रो उपाध्याय मूल रूप से वाराणसी के चौबेपुर थानान्तर्गत अजांव गांव के निवासी है और उन्होंने मुख्यधारा की पत्रकारिता कई वर्षों तक दिल्ली में रहकर की है। प्रो उपाध्याय वर्तमान में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के भारत अध्ययन केंद्र से जुड़े हैं इससे पूर्व इन्होंने कई नामी चैनलों में अपनी सेवाएं दी है जिनमें जी न्यूज, न्यूज 24, लाइव इंडिया और आजतक जैसे चैनल भी शामिल हैं।