केरल पहुंचा दक्षिण-पश्चिम मानसून, कई जगह झमाझम बारिश
1 जून से 5 जून के बीच कर्नाटक का काफी क्षेत्र, पूरा आंध्र प्रदेश और तेलंगाना का कुछ हिस्सा मॉनसून की बारिश से भीगेगा।
10 जून से 15 जून के समय में मॉनसून मध्य भारत और उत्तर भारत का काफी हिस्से पर छा जाएगा।
15 जून से 1 जुलाई के बीच गुजरात के बचे हिस्से।
1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच पूरे भारत पर मॉनसून के बादल छा जाएंगे।
तपती दोपहरी से राहत देने के लिए आज केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून पहुंच गया। मौसम विभाग की मानें तो समय से तीन दिन पहले मानसून आ गया है। अब अगले 24 घंटे के मानसून के केरल में छाने की उम्मीद है। केरल सहित दक्षिण के तटवर्ती इलाकों में बारिश शुरू हो गई है।
इस बारे में मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि अगले 24 घंटे में केरल के कुछ भागों में तेज बारिश होगी। जबकि तमिलनाडु, बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के बाकी भागों में तेज बारिश के आसार हैं। सोमवार को ही मौसम संबंधी विश्लेषण व पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी कंपनी स्काइमेट ने कहा था कि दक्षिण पश्चिम मानसून ने आज केरल में दस्तक दे दी। मोसम विभाग की वेबसाइट पर दिए गए मॉनसून के मानचित्र के अनुसार तमिलनाडु और केरल में मॉनसून 1 जून तक राज्य के अधिकांश भाग को अपने अधीन ले लेगा। इसी के साथ मॉनसून उत्तर पूर्व के कुछ हिस्से को भी अपने अधीन ले लेगा। इसमें मिजोरम, त्रिपुरा और मणिपुर के कुछ इलाके शामिल हैं।
1 जून से 5 जून के बीच कर्नाटक का काफी क्षेत्र, पूरा आंध्र प्रदेश और तेलंगाना का कुछ हिस्सा मॉनसून की बारिश से भीगेगा। मॉनसून के इस समय में बाकी बचे उत्तर पूर्व के राज्य भी इसकी परिधि में आ जाएंगे। 5 जून से 10 जून के बीच मॉनसून और उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा। इस दौरान मॉनसून महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के साथ-साथ बिहार के कुछ हिस्सों को अपनी आगोश में ले लेगा।
10 जून से 15 जून के समय में मॉनसून मध्य भारत और उत्तर भारत का काफी हिस्से पर छा जाएगा। इस दौरान गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार के अलावा बचे हुए पश्चिम बंगाल के इलाके में मॉनसून की बारिश होगी। 15 जून से 1 जुलाई के बीच गुजरात के बचे हिस्से, राजस्थान के कुछ हिस्से, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल,पंजाब और हरियाणा के साथ साथ जम्मू-कश्मीर पर भी मॉनसून के बादल बारिश करेंगे। 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच पूरे भारत पर मॉनसून के बादल छा जाएंगे और अलग-अलग हिस्सों में बारिश होती रहेगी।