असहयोग आंदोलन के तीसरे दिन वाराणसी महिला कृषको ने भरी हुंकार
वाराणसी रिंग रोड परियोजना फेस दो में प्रभावित लोहरपुर, खेवसीपुर, गोपीपुर, मेहदीगंज व रखौना तक के 18 गांव की महिला कृषको ने किसान नेता जयराम पाण्डेय तथा सामाजसेवी पवन पाण्डेय के नेतृत्व में चलाये जा रहे असहयोग आंदोलन में बुधवार को पूर्वाह्न में लोहरपुर पटेल बस्ती में पहुँच कर असहयोग आंदोलन को सफल बनाने के लिए हुंकार भरते हुए जम कर प्रदर्शन किया।
मेरी उपजाऊ जमीन को कौड़ियो के भाव लिया गया तो पीएम मोदी को भेजूगी चूड़िया, मांगूगी न्याय का उपहार
रिंग रोड फेस दो के प्रभावित किसानो के साथ महिलाओ ने थामी कमान। इस दौरान हुई सभा में महिला व पुरुष वक्ताओं ने कहा कि मोदीजी के संसदीय क्षेत्र के हम किसान है मेरे ही वोट की बदौलत आज वे देश के प्रधानमंत्री है। यदि हमारी उपजाऊ जमीन को शासन व प्रसाशन के लोग जबरन बलपूर्वक अधिग्रहण करने की कोशिश करेगे तो हम महिलाये स्थानीय सांसद व देश के प्रधानमंत्री को चूड़िया रजिस्टर्ड डाक द्वारा भेज कर रक्षा बंधन की याद दिलाते हुए पूर्वजो की उपजाऊ जमीन को उनसे उपहार में मांगते हुए न्याय की गुहार लगाउंगी।
किसानो ने कहा कि हमारी फसलो का लागत मूल्य दो गुना तथा रिंग रोड परियोजना का विक्रय मूल्य या वर्तमान अधिकतम सर्किल दर का चार गुना मिलना चाहिए। उपस्थित महिला व पुरुष कृषको ने कहा कि हम लोग विकास कार्य के बाधक नहीं है वर्तमान सरकार व जिला प्रसाशन ईमानदारी के साथ किसानो से बिना छल छद्म किये उचित मुआवजा देकर रिंग रोड का निर्माण कार्य सुरु करे हम किसानो को कोई आपत्ति नहीं है।
असहयोग आंदोलन के तीसरे दिन हुई सभा में जोरदार प्रदर्शन करते हुए एक स्वर में कहा कि हम अपनी उपजाऊ ज़मीन को सरकार या जिला प्रसाशन को कौड़ियो के दाम नहीं देगे और हर सरकारी कार्य का बहिष्कार करते हुए शांति पूर्वक असहयोग आंदोलन करते रहेगे।
असहयोग आंदोलन के तीसरे दिन हुए प्रदर्शन सभा में प्रमुख रूप से सत्यनारायण पटेल, दीनानाथ पाण्डेय, संतोष पटेल, महेंद्र नेता, सदानंद, मनोज कुमार, प्रकाशचंद, शांती देवी, अमरावती, मालती, देवराजी, उषा, संजू देवी, सुनिता देवी सहित भारी संख्या में महिला व पुरुष किसान शामिल थे।अध्यक्षता दीनानाथ तथा संचालन संतोष पटेल ने किया।