एक हार ने बनाया था वेस्ट जर्मनी को विश्वविजेता
1994 में हुए फुटबॉल विश्व कप की मेजबानी वेस्ट जर्मनी ने की थी। इसको ग्रुप स्टेज में चिरप्रतिद्वंदी ईस्ट जर्मनी से कड़े मुकाबले में 0-1 से शिकस्त मिली। वेस्ट जर्मनी की टीम को इस शर्मसार हार ने एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उसके बाद वेस्ट जर्मनी ने न सिर्फ सभी ताकतवर टीमों को शिकस्त दी बल्कि नीदरलैंड को 2-1 से रौंद डाला। इस तरह वेस्ट जर्मनी ने खिताब जीतकर दूसरी बार एकबार फिर देशवासियों को जश्न मनाने का अवसर दिया।
32 साल तक मुलर ने कायम रखा रिकॉर्ड
गेर्ड मुलर जो कि जर्मनी के स्ट्राइकर है ने फाइनल में विनिंग गोल करके टीम को खिताबी सफलता दिलाई। 32 वर्षों तक मुलर ने 14 गोल का ऑल टाइम टॉप स्कोरिंग रिकॉर्ड कायम रखा, जिसे 06 में ब्राजील के रोनाल्डो (15) ने तोड़ा था।
1974 विश्वकप की झलकियां
हैती ने इस विश्वकप में, ऑस्ट्रेलिया, ईस्ट जर्मनी और जैर से पदार्पण किया। जर्मनी बनने के बाद 1990 में पहली और आखिरी बार वेस्ट एवं ईस्ट जर्मनी की टीमें एक संग विश्वकप में खेलीं। 1938 के बाद पहली बार नीदरलैंड और पोलैंड नहीं खेले। सिर्फ इतना ही नहीं फ्रांस, इंग्लैंड, पुर्तगाल, स्पेन, बेल्जियम वा हंगरी भी क्वालिफाई नहीं कर पाया।
कब से कब तक 13 जून से लेकर 07 जुलाई (1974) तक
16 – टीमें, 38 मैच वा 97गोल
पोलैंड के गर्जगोरज लाजो को 07 गोल करने के लिए गोल्डन बूट से सम्मानित किया गया।
01 एकमात्र हैट्रिक टूर्नामेंट की पोलैंड के अद्रजेज ने दागी। इस टूर्नामेंट में रिकॉर्ड सात मैच बराबरी पर छूटे।