विकिपीडिया पर आयुर्वेद को लेकर टिपण्णी पर भड़के वैद्य आनंद
वाराणसी। आज कोरोना को लेकर पूरा विश्व वैक्सीन का इंतजार कर रहा है। हर किसी को उम्मीद है कि जल्द वैक्सीन आएगी और इस महामारी से निजात मिलेगी लेकिन अब तक कोई दवा ना बनने के बाद भी इस वैश्विक महामारी को कंट्रोल करने में आयुर्वेद ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।
काढ़े के अलावा आयुर्वेदिक दवाएं और इम्यूनिटी बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक औषधीय ने यह प्रमाणित किया कि जब सब हारते हैं तब ऋषि-मुनियों का ज्ञान और आयुर्वेद ही काम आता है।
लेकिन सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफार्म पर आयुर्वेद को लेकर कुछ भ्रांतियां लगातार फैलाई जा रही हैं। विकिपीडिया पर भी आयुर्वेद को लेकर इंग्लिश में लिखी गई जानकारी लोगों को भ्रमित कर रही हैं।
यही वजह है कि वाराणसी के युवा आयुर्वेद के प्रैक्टिशनर वैध आनंद पांडे ने विकिपीडिया के इस गलती को सुधारने की मुहिम छेड़ रखी है।
उन्होंने इसके लिए ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने के साथ ही आयुष मंत्रालय और पीएमओ से भी इसकी शिकायत की है।
वैद्य आनंद का कहना है कि जब आज कोविड-19 के दौर में हर कोई आयुर्वेद की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रहा है तो विकिपीडिया की तरफ से आयुर्वेद को लेकर फैलाई जा रही भ्रांतियां इसे बदनाम करने की साजिश है।
आनंद का कहना है कि विकिपीडिया में आयुर्वेद को लेकर बहुत ही गलत बातें लिखी हैं। आयुर्वेद की प्रैक्टिस करने वाले लोगों को फर्जी और फेक कहा गया है।
आयुर्वेद को छद्म विज्ञान बताया गया है और इससे किसी के ना ठीक होने की बात कही गई है जो सरासर गलत है।
मेरे पास एक नहीं सैकड़ों उदाहरण है जिसको आयुर्वेद ने ना सिर्फ सही किया है बल्कि उनकी जिंदगी बदली है। बहुत से लोग कोविड-19 से परेशान हैं, उनका इलाज मैं बनारस से कर रहा हूं। बहुत से लोगों को आराम हुआ है।
अंग्रेजी दवाओं से दूरी बनाकर आयुर्वेद के बल पर उन्होंने अपनी जिंदगी में बदलाव महसूस किया है लेकिन इसके बाद भी विकिपीडिया पर मौजूद यह गलत बातें आयुर्वेद को बदनाम करने का काम कर रही हैं।
इसलिए आयुष मंत्रालय समेत पीएमओ को मेल के जरिए इसमें सुधार के लिए लिखा गया है। कुछ सुधार हुए हैं लेकिन अभी बहुत सी चीजें ऐसी हैं जिसको बदलना बेहद जरूरी है।
आनंद का कहना है कि विकिपीडिया के पेज पर जाकर कोई भी गलत चीजों को सुधार सकता है लेकिन विकिपीडिया ने आयुर्वेद को लेकर लिखी गई थी वाले लेख में एडिट की ऑप्शन को भी इनविजिबल कर रखा है।
जिसकी वजह से चीजें और गलत हो रही हैं उनका कहना है कि मैंने जो ऑनलाइन कंप्लेन दर्ज कराई है उसमें मुझे देश भर से 10000 से ज्यादा लोगों का साथ मिल चुका है।
अब तक 10000 से ज्यादा लोग डिजिटल साइन के जरिए मुझे सपोर्ट कर चुके हैं।
और लोग भी इस दिशा में आगे भी आ रहे हैं लेकिन जरूरी है कि सरकार इस दिशा में ध्यान दें और विकिपीडिया पर आयुर्वेद को लेकर मौजूद गलत जानकारियों को सुधार करवाएं ताकि आयुर्वेद की सही जानकारी लोगों तक पहुंचे ना कि गलत।
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