आज ही के दिन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भ्रष्टाचार के आरोप में अदालत में पेश होना पड़ा 

आज ही के दिन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भ्रष्टाचार के आरोप में अदालत में पेश होना पड़ा 

रायबरेली। भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में 4 अक्टूबर का दिन काफी अहम है क्यूंकि आज ही के दिन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भ्रष्टाचार के आरोप में अदालत में पेश होना पड़ा था। 

गौरतलब हो कि 3 अक्टूबर 1977 को इंदिरा गांधी को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इंदिरा गांधी पर चुनाव प्रचार में इस्तेमाल की गईं जीपों की खरीदारी में भ्रष्टाचार का आरोप लगा था।

 दरअसल उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में चुनाव प्रचार के मकसद से इंदिरा गांधी के लिए 100 जीपें खरीदी गई थीं। उनके विरोधियों का आरोप था कि जीपें कांग्रेस पार्टी के पैसे से नहीं बल्कि उसके लिए उद्योगपतियों ने भुगतान किया है और इस तरह सरकारी पैसे का इस्तेमाल किया गया है। 

  एक राय यह भी है कि इंदिरा गांधी की गिरफ्तारी के पीछे आपातकाल बड़ी वजह थी। इस मामले के मुताबिक आपातकाल के दौरान हुए अत्याचार और नाइंसाफी से नेताओं के बीच इंदिरा को लेकर नाराजगी थी क्‍योंकि उस वक्‍त कई नेताओं को जेल भेज दिया गया था। इससे गुस्‍साए लोग चाहते थे कि इंदिरा गांधी को भी जेल भेजा जाए। चुनाव में इंदिरा गांधी की हार के बाद उनकी गिरफ्तारी का रास्ता और साफ हो गया।  

  इंदिरा गांधी को बड़कल लेक गेस्ट हाउस में हिरासत में रखा जाना था पर किसी वजह से उनको वहां नहीं ठहरा कर रात में उन्‍हें नई दिल्ली के किंग्सवे कैंप की पुलिस लाइन में बने गैजेटेड ऑफिसर्स मेस में ले जाया गया। अगले दिन मतलब की 4 अक्टूबर, 1977 की सुबह उन्‍हें मैजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होना था।    
  
  सुबह कार्यवाही शुरू होने के बाद जब मैजिस्ट्रेट ने आरोपों के समर्थन में सबूत मांगे तो उनकी गिरफ्तारी के समर्थन में सबूत पेश नहीं किए जा सके और मैजिस्ट्रेट ने हैरानी जताते हुए इंदिरा को बरी कर दिया।

“न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं।”

Vikas Srivastava