मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वाराणसी में अलकनंदा क्रूज़ का किया उद्घाटन
वाराणसी: रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा की लहरों पर इठलाते हुए अलकनंदा क्रूज़ का उद्घाटन किया। अपने उद्घाटन के पहले से ही यह क्रूज़ विवादों में आ घिरा था एक तरफ जहां क्रूज़ पर मदिरा एवं मांस के परोसने पर गंगा महासभा ने आपत्ति जाहिर की थीं वही दूसरी तरफ एक बार फिर उस समय विरोध प्रदर्शित किया गया जब उद्घाटन करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ वहां पर पहुँचने वाले थे। इस दौरान मौजूद नाविक समाज ने भैसासुर घाट पर इस क्रूज़ से रोज़ी रोटी पर असर पड़ने की समस्या के साथ प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया।
नाविकों को सीएम से मिलवाने का आश्वासन दिया गया
खिड़किया घाट पर खड़ी वाराणसी पुलिस के इस प्रदर्शन के चलते रोंगटे खड़े हो गए। एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने तुरंत ही मौके की नज़ाकत को समझते हुए भैसासुर घाट पर मोर्चा संभाल रहे नाविकों को सीएम से मिलवाने का आश्वासन दिया जिसके बाद जाकर प्रदर्शन खत्म हुआ। सीएम से पुलिस के आश्वासन के बाद पुलिस लाइन के हेलीपैड पर नाविकों को मिलवाया गया पर जब यहां भी बात नहीं बनी तो इस धरने को आगे बढ़ाने की बात नाविक समाज द्वारा कही गयी।
क्रूज़ के चलने से पड़ेगा नाविकों की रोज़ी रोटी पर सीधा असर
इस मामले में क्रूज़ के चलने से नाविकों की रोज़ी रोटी पर सीधा असर पडेगा यह बात नाविक राकेश साहनी ने बतायी, इस क्रूज़ पर एक साथ 100 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गयी है जहां एक तरफ छोटी नाव पर 5 लोग बैठेगे वही दूसरी तरफ बड़ी मोटर बोट पर 30 लोग एक साथ बैठ सकेंगे। ऐसे में रोजगार हमें कम ही मिलेगा। इन सबके अलावा हम सभी की अधिकांशतः नावे पतवार से चलती है जो की संपूर्ण तरीके से इकोफ्रेंडली है और साथ ही यह क्रूज़ मोटर से चल भी रहा है।
पुलिस ने अपने वादे के मुताबिक करवाई मुलाक़ात
मुख्यमंत्री से नाविकों को हेलीपैड पर पुलिस ने अपने वादे के मुताबिक मुलाक़ात करवाई। नाविक राकेश सहानी जिनकी की मुलाकात हुई थी उन्होंने बताया है कि नाविकों के हित को जोड़ते हुए सीएम ने समझना चाहा है एवं इसको आधुनिकता की तरफ एक कदम आगे लिया है जिससे की हम तृप्त नहीं हुए हैं इस कारण हमारा अनवरत आंदोलन यू ही चलता रहेगा।
क्रूज़ लाइन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक से की गयी बात
इस मामले में जब निदेशक मनोज पोद्दार जो कि अलकनंदा क्रूज़ को बनाने वाली कंपनी नार्डिक क्रूज़ लाइन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक है से बात की गयी तो उन्होंने साफ किया की जो भी इस क्रूज़ के खिलाफ है साथ ही उन्हें इस बात का पता नहीं है की कई देशों से पर्यटक आएंगे एवं पर्यटक आएंगे तो सभी को रोज़गार मिलेगा भी की नहीं।
नाविकों ने नजरिया रखते हुए शुरू किया प्रदर्शन
वही अपना नजरिया रखते हुए नाविकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। अब देखने वाली बात यह होगी की क्या जनसामान्य सैकड़ों रूपये खर्च कर नाव बुक करवा कर ऐसी में बैठकर प्रकृति के नजारे का आनंद गंगा की लहरों का लुत्फ़ उठाते हुए लेती है या नहीं।