आयुष्मान भारत योजना में अब बिना गोल्डन कार्ड दिखाए भी मिलेगा इलाज
वाराणसी: केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत अब गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए लाभार्थियों को नहीं दौड़ना पड़ेगा अस्पतालों में। सिर्फ इतना ही नहीं संबंधित परिवार के मुखिया एवं परिवार के अन्य सदस्यों का नाम संबंधित पोर्टल पर दर्ज है तो बिना गोल्डन कार्ड दिखाए भी अस्पताल पहुंचने पर उनका इलाज जल्द ही प्रारम्भ होगा। संबंधित अस्पताल की तरफ से पोर्टल पर नाम आने के गोल्डन कार्ड जारी किया जाएगा।
सीएमओ आफिस में हुई बैठक
इस विषय पर सीएमओ आफिस में हुई बैठक में फैसला हुआ। वहीं राजेश कुमार शर्मा जो कि जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी है ने कहा कि इसमें सम्मलित होने वालो में टीपीए हेरिटेज हेल्थ इश्योरेंस के कलस्टर कोआर्डिनेटर सौरभ शर्मा, जिला प्रोग्राम कोआर्डिनेटर डॉ.जया राय व अन्य भी उपस्थित रहे।
अस्पतालों के लिए जारी हुआ निर्देश
साथ ही उन्होंने बताया कि सीएमओ की तरफ से अस्पतालों को यह निर्देश जारी कर दिया गया है कि अस्पताल आने पर तत्काल ही पात्र लाभार्थियों का इलाज किया जाए। जिससे योजना का लाभ लोगों को मिल सके। इन सबके आलावा पंजीकृत अस्पतालाें में जाकर लोग योजना के तहत अपना गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं। यदि सूचि के बारे में पात्र लाभार्थी जानकारी चाहता है तो उसके द्वारा टोल फ्री नंबर पर कॉल करके जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
अन्य से संबंधित जानकारी ले सकेंगे
हम आपको बताते चले कि बीएचयू अस्पताल में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का नोडल सेंटर खोले जाने की तैयारी की जा रही है। इस सेंटर में गोल्डन कार्ड बनवाने सहित योजना से जुड़ी शिकायतों के निस्तारण व अन्य से संबंधित जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
45 निजी अस्पतालों को जोड़ा गया
आयुष्मान भारत के तहत जिले में 10 सरकारी एवं 75 निजी अस्पतालों को पात्र लाभार्थियों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के उद्देश्य से योजना को जोड़ा जाना है। 45 निजी अस्पतालों को अब तक इससे जोड़ा जा चुका है।
सेंटर के लिए स्थान का चुनाव
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दो दिन पहले ही बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल एवं ट्रामा सेंटर को भी इसमें शामिल करने के बाद यहां योजना का नोडल सेंटर खोला जा रहा है। सीएमओ डॉ. वीबी सिंह एवं अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो.विजयनाथ मिश्र के बीच हुई बातचीत के बाद अब नोडल सेंटर के लिए स्थान का चुनाव किया जा रहा है।
नवंबर से हो सकता है सेंटर का संचालन
वहीं सेंटर का संचालन नवंबर के पहले सप्ताह से प्रारम्भ होने की संभावना है। दूसरी तरफ चिकित्सा अधीक्षक प्रो.विजयनाथ मिश्र ने कहा कि जल्दी ही स्थान तय होने के बाद सेंटर खुल जाएगा, जिससे की ज्यादा से ज्यादा लोग लाभ ले सकेंगे।