SBSP के संस्थापक कार्यकर्ता ने पार्टी छोड़ बनाया नया दल, ओमप्रकाश राजभर पर लगाए ये आरोप
बुधवार को SBSP (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी) से अलग होकर भारतीय संघर्ष समाज पार्टी बनाने वाले मदन राजभर ने कहा कि कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर अपने मिशन से भटक गए हैं। फिर कहा कि ताउम्र चुनाव न लड़ने की बात करना और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर हमेशा किसी राजभर के बेटे को बैठाने का दावा करने वाले ओमप्रकाश समाज के साथ छल कर रहे हैं।
सबक सिखाने के लिए SBSP से हुए अलग
आगे उन्होंने कहा कि उनका कोई सरोकार राजभर समाज के हित से नहीं रह गया है। इस वजह से उनको सबक सिखाने के लिए SBSP के संस्थापक सदस्यों ने अलग होकर भारतीय संघर्ष समाज पार्टी का गठन किया है।
SBSP के मंडल महासचिव ने कही यह बातें
बुधवार को रतनपुरा में भारतीय संघर्ष समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मदन राजभर प्रेसवार्ता कर रहे थे। वहीं SBSP के मंडल महासचिव रहे मदन राजभर ने ओमप्रकाश पर आरोप लगाते हुए कहा कि कभी कोई पद न लेने की बात कहने वाले ओमप्रकाश ने राजभर समाज के लोगों को भाजपा जैसी पार्टी से समझौता कर बेचने का कार्य किया है।
अपने रिश्तेदार को टिकट देकर लड़ाया चुनाव
आगे उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश राजभर ने विधानसभा चुनाव में आठ सीट मिलने पर जहां चार सीट अनुसूचित जाति को देकर, वहीं स्वयं गाजीपुर के जहूराबाद से चुनाव लड़े और अपनी पत्नी को रसड़ा विस क्षेत्र से, चार सीटों में बलिया के बांसडीह से बेटे को और मऊ के सदर सीट पर अपने रिश्तेदार को टिकट देकर चुनाव लड़ाया।
ओमप्रकाश मंत्री बन भूले अपनी बातें
वहीं ओमप्रकाश जब चुनाव जीतने के बाद मंत्री बने तो सरकार बनने के बाद राजभर समाज को अलग से आरक्षण दिलाने की व्यवस्था की अपनी बात भी भूल गए। दो वर्षों से ज्यादा का समय हो गया है पर आज तक उन्होंने राजभर समाज के लिए कोई काम नहीं किया। मदन राजभर ने आगे कहा कि ‘भारतीय संघर्ष समाज पार्टी’ का गठन उन्होंने ओमप्रकाश के छल से आहत होकर ही किया और राजभर समाज के लिए संघर्ष करने की बीड़ा उठाया है।