पीएम के संसदीय क्षेत्र में सातवीं की छात्रा के साथ गैंगरेप, एडीजी से शिकायत पर दर्ज हुआ मुकदमा
बीजेपी के लिए संकट बना हुआ उन्नाव रेप काण्ड मामले में फिलहाल उसे कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है ऐसे में मामला और बिगड़ गया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में सातवीं की छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया।
एक तरफ पूरा देश बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए सड़कों पर उतर आया है तो वहीं दूसरी तरफ इंसानियत के दुश्मनों को कानून का भय नहीं रहा वह लगातार ऐसे घृणित कृत्य को अंजाम दे रहे हैं। आज फिर चाहे वह गांव हो या शहर मासूम बच्चियां कहीं भी महफूज नहीं हैं। छींटाकशी, छेड़खानी के मामले तो आम हो गए हैं अब बच्चियों से गैंगरेप के मामलों में अत्यंत वृद्धि हुई है।
सरकार के ऊपर उठ रहे सवालों के बीच रेप के मामलों में अक्सर प्रशासन अपना पल्ला झाड़ते हुए दिखता है, जब तक कोई आला अफसर मामले में हस्तक्षेप नहीं करता थानों में रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की जाती है।
ताजा मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के मिर्जामुराद इलाके का है जहां एक सातवीं कक्षा की छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है, आरोप है कि पीड़िता के परिजनों ने मामले की शिकायत थाने पर की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई जिस के उपरांत उन्हें एडीजी की शरण में जाना पड़ा, तब जाकर शुक्रवार के दिन एडीजी के निर्देश पर मिर्जामुराद पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराकर पीड़िता का मेडिकल मुआयना कराया।
आपको बता दें कि 12 वर्षीय कक्षा 7 में पढ़ने वाली इस नाबालिग लड़की का रिश्ते में चाचा लगने वाला आरोपी अन्य 4 लोगों के साथ मिलकर 6 महीने तक डरा-धमकाकर बच्ची के साथ रेप करता रहा, साथ ही वह धमकी भी देता था कि घरवालों को बताने पर उसकी जान ले ली जाएगी। ऐसे में डरी-सहमी पीड़िता ने 20 दिन पहले अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी जिसके बाद परिजनों ने थाने जाकर इसकी शिकायत की मगर दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर सुलह कराते हुए पुलिस ने FIR दर्ज नहीं किया था।
मिर्जामुराद के इंस्पेक्टर अवनीश कुमार राय के अनुसार अब चार लोगों के खिलाफ गैंगरेप सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर पीड़िता का मेडिकल जांच कराया गया है, मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाई की जाएगी।