बीएचयू छात्रों ने दिया धरना, पूर्व कुलपति पर फर्जी नियुक्ति का आरोप
बनारस हिन्दू विश्वविधालय के छात्रों ने किया धरना प्रदर्शन।
बीएचयू के सेंट्रल ऑफिस पर छात्रों ने छः सूत्रीय मांग को लेकर दिया धरना। ज्ञापन कुलपति सहित उसकी प्रतिलिपि राष्ट्रपति, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, विश्विधालय अनुदान आयोग को भेजा गया। ज्ञापन में मुख्यतः पूर्व कुलपति प्रो0 गिरीशचंद्र के कार्यकाल में हुयी समस्त शैक्षिक नियुक्तियों की जांच को एक स्वतंत्र आतंरिक कमेटी के माध्यम से कराई जाये जिसमे रजिस्ट्रार व सम्बंधित संकाय का कोई भी भूमिका न हो व कैंपस में यौन उत्पीड़न के मामले की सुनवाई के लिए जीएस कैश का गठन किया जाये।
धरने का छः सूत्रीय मांगे निम्न है :
पूर्व कुलपति प्रोफेसर गिरीशचंद्र त्रिपाठी के कार्यकाल में हुई नियुक्तियों की निष्पक्ष जांच आंतरिक कमेटी द्वारा किया जाए।
विश्विद्यालय अनुदान आयोग का विश्विद्यालय के विभाग को रोस्टर का आधार मनवाने का आदेश पांच मार्च को जारी हुआ था जबकि पूर्व कुलपति ने इस आदेश की पहले ही विज्ञापन जारी कर नियुक्तियां भी कर दिया गया और साथ में जातिवाद के आधार पर पिछड़ी जाति, एस टी एस सी को पूर्ण रूप से बहिस्कार किया गया।
पीएचडी प्रवेश परीक्षा में बदलाव करने एवं पारदर्शी बनाने के लिए रेट एक्जामटेड की भी परीक्षा कराई जाए व परीक्षा की कॉपियों देखने व मूल्यांकन करने की व्यवस्था कराइ जाये।
छात्रावास में मेस व्यवस्था को नियमित एवं सब्सिडीयुक्त बनाया जाये।
भारत्तेन्दु छात्रावास के को कमरों को छात्रों तक आवंटित नहीं किया गया है, उनको तत्काल आवंटित किया जाएं।
परिसर में यौन उत्पीड़न के मामलो की सुनवाई व तत्काल निस्तारण के लिए जीएस कैश का गठन किया जाये।