ASP राजेश साहनी के आत्महत्या पर CBI जांच
एटीएस के एएसपी राजेश साहनी की मौत के चौबीस घंटे बाद डीजीपी ने जाँच के आदेश दे दिए हैं। गौरतलब हैं कि राजेश साहनी ने खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी, उनके आत्महत्या करने को लेकर कई सवाल उठ रहे है, आज एक बैठक के बाद जांच का फैसला किया गया। आज एएसपी राजेश साहनी को अंतिम विदाई दी जा चुकी हैं। परिजनों ने आज उनका अंतिम संस्कार कर दिया है, इस दौरान पुलिस लाइन में साहनी को गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया। अंतिम सलामी के बाद डीजीपी ने राजेश साहनी के पार्थिव शरीर को कंधा दिया।
पुलिस लाइन में दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
आज पुलिस ऑफिसर राजेश साहनी को लखनऊ स्थित पुलिस लाइन में श्रधांजली दी गयी, परिजनों और पुलिस विभाग के अधिकारी उनके अंतिम दर्शन करने पहुंचे। राजेश साहनी को पुलिस लाइन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, इस दौरान प्रदेश के बड़े आला अधिकारी और परिवार के लोग भी अंतिम विदाई में शामिल हुए। इसके बाद डीजीपी ने राजेश साहनी के पार्थिक शरीर को कंधा दिया और भैंसा कुंड ले जाया गया जहाँ उनकी बेटी ने उन्हें मुखाग्नि दी।
ASP ने खुद को गोली मार कर की आत्महत्या
बता दे कि मंगलवार दोपहर को एक तरफ जहां लखनऊ भर में बड़ा मंगल पर लोग भंडारे का आयोजन कर धूमधाम से प्रसाद बांट रहे थे। यूपी पुलिस भी लोगों की सुरक्षा में लगी थी इसी बीच एक दिल को झकझोर देने वाली खबर आ गई। दरअसल पुलिस अधिकारियों को जैसे ही सूचना मिली कि एटीएस के एएसपी राजेश साहनी (39) ने कार्यालय में गोली मारकर खुदकुशी कर ली। वैसे ही पुलिस महकमें में मातम की लहर दौड़ गई। अधिकारी की मौत की खबर मिलते ही अधिकारी एटीएस कार्यालय की तरफ दौड़ पड़े।
ड्राइवर से मांगी थी पिस्टल
जानकारी के अनुसार, राजेश साहनी ने अपने ड्राइवर से पिस्तोल मंगाई थी और उसके बाद मुख्यालय में गोली में मार ली। उन्होंने खुदकुशी का फैसला क्यों किया इसको लेकर अभी कोई सुराग नहीं मिल पाया है। मौके से कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ है। राजेश काफी समय से तमाम आतंकी संगठनों के स्लीपर मॉड्यूल और भारत में आतंक की साजिशों को बेनकाब कर रहे थे। उत्तराखंड आॅपरेशन में राजेश साहनी के साथ उनकी टीम में इंस्पेक्टर मंजीत सिंह, एसआई शैलेंद्र गिरी, कंप्यूटर आॅपरेटर वकील अहमद, कांस्टेबल हरीश और मनोज शामिल थे।
सप्ताह भर पहले ही गिरफ्तार किया था आईएसआई एजेंट
एटीएस मुख्यालय में एडिशनल एसपी राजेश साहनी एटीएस के बेहद शानदार और काबिल अफसरों में गिने जाते थे। बीते सप्ताह आईएसआई एजेंट की गिरफ्तारी समेत कई बड़े ऑपरेशन को राजेश साहनी अंजाम दे चुके थे। मंगलवार दोपहर करीब एक बजे गोमतीनगर स्थित एटीएस मुख्यालय पर गोली की आवाज से भगदड़ मच गई। अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तो देखा कि राजेश साहनी का शव पड़ा था। इससे मुख्यालय में सनसनी फैल गई। तत्काल सभी बड़े अधिकारियों को खबर दी गई। कई अफसर मौके पर पहुंच गए। राजेश साहनी ने ऐसा कदम क्यों उठाया, इस बारे में अभी जानकारी नहीं मिल पाई है।