उन्नाव दुष्कर्म : सीबीआई ने किया दो पुलिस को गिरफ्तार
सीबीआई ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के पिता के मौत के सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश पुलिस के दो अधिकारियो को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार दोनों पुलिस अधिकारियो में से एक कमाता प्रसाद उस समय उन्नाव के माखी थाने में थानाप्रभारी के पद पर तैनात थे। सीबीआई अनुसार नौ अप्रैल को पीड़िता पिता की उन्नाव के एक अस्पताल में सदिंग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गयी थी। समर्थको के साथ झगड़ा करनेके मामले में उन्हें हिरासत में लिया गया था उसके बाद से ही पिता न्यायिक हिरासत में थे।
सूत्रों की माने तो तीन अप्रैल को कुछ लोग पीड़िता के घर जबरन घुस जिसमे बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर का छोटा भाई अतुल और उसके मित्र थे जिसने पीड़िता के पिता की जमकर पिटाई किया था। आरोप यह था की चार अप्रैल को हमलावरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी, लेकिन अतुल का नाम इसमें शामिल नहीं था।
वही दूसरी तरफ माखी पुलिस ने आईपीसी की धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने) 504 (शांति का उल्लंघन करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत पीड़िता के पिता को गिरफ्तार कर उसे चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इसके बाद पुलिस ने हिरासत में पीड़िता के पिता की क्रूरता से पिटाई की थी जिसके बाद उसे जेल से अस्पताल ले जाया गया था। जहां कुछ घंटों बाद ही उसकी मौत हो गई थी। अस्पताल में भी उसके साथ बहुत बुरा बर्ताव किया गया था। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था। बलात्कार पीड़िता ने आरोप लगाया कि बीजेपी विधायक सेंगर की वजह से उसके पिता की मौत हो गई, क्योंकि वह उसके खिलाफ गैंगरेप की शिकायत वापस लेने को तैयार नहीं थी।