नही हुआ चाँद का दीदार,पहला रोज़ा शुक्रवार को
चांद का दीदार वाराणसी में बुधवार को नहीं हो सका। ऐसे में मुकद्दस रमजान शुक्रवार से शुरू होगा। शाम को लोग छतों पर काफी देर तक आसमान पर टकटकी लगाए रहे लेकिन चांद नहीं दिखा।
इज्तेमाई रुह्ययते हेलाल कमेटी की अहम् बैठक जेरे सदारत मौलाना ज़किउल्लाह असदुल कादरी की सदारत में माहे रमजान के चाँद को लेकर नईसड़क स्थित मस्जिद खुदा बख़्स लंगड़े हाफिज में हुई थी जिसमे चाँद की कोई तस्दीक नहीं होने पर पहला रोजा शुक्रवार (जुमा) को होगा जबकि नमाज-ए-तरावीह गुरुवार (जुमेरात) से होगी। बैठक में मौलाना मुफ़्ती हाजी बातिन नोमानी, मौलाना हारून रशीद नक्शबंदी, मौलाना अब्दुल्लाह नसीर, मौलाना जियाउर्रहमान, मौलाना युनुस मदनी, मौलाना अब्दुल मतीन, मौलाना वलीउल्लाह जुनैद अली खां आदि मौजूद रहे। उक्त जानकारी कमैटी के कन्वीनर मुहम्मद अशरफ एडवोकेट द्वारा मीडिया को दिया गया ।
जुमे को लोग पहला रोजा रखेंगे। इस बीच बुधवार से ही बाजार मे रौनक बढ़ गई। विशेष रूप से बड़ी बाजार पर शाम की भ़ीड़ इस बात की गवाही दे रही थी कि मुकद्दस रमजान के स्वागत की तैयारियों में लोग जुट गए हैं। रमजान में सर्वाधिक खपत वाले पापड़. चिप्स, दूधफेनी, सेवईं, मेवे मसालों की अस्थाई दूकानें भी कटरा बाजार में सज गई हैं। खरीदारी के लिए महिलाएं खुद बाजार में खरीदारी करती दिखीं। रमजान की दूकानदारी के लिए दुकानों की भी आकर्षक ढंग से सजावट की जा चुकी है। इसके अलावा नई सड़क, दालमंडी, बड़ी बाजार, गोलगड्डा आदि मोहल्लों में लोग चांद की एक झलक के लिए बेताब रहे। हाफिज परवेज ने बताया कि आसमान साफ था इसके बावजूद चांद नजर नहीं आया।