पीएम दौरे को लेकर सीएम योगी ने किया आधी रात परियोजनाओं का निरीक्षण
वाराणसी:रविवार को अगले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों लोकार्पित होने वाली परियोजनाओं की प्रगति का निरीक्षण सीएम योगी ने स्वयं किया। सीएम ने रात्री 11:00 बजे से 1:45 बजे तक तकरीबन 50 किमी की दूरी संदहा से रामनगर तक विकास कार्यों के निरीक्षण के लिए तय की। सिर्फ इतना ही नहीं निर्धारित समयाअवधि में गुणवत्ता के साथ काम को पूरा करने की चेतावनी भी कार्यदायी एजेंसियों सहित अधिकारियों को सीएम योगी ने दी।
फोरलेन एवं रिंग रोड का भी किया निरीक्षण
सीएम ने रामनगर के मल्टी मॉडल टर्मिनल सहित बाबतपुर फोरलेन एवं रिंग रोड का भी निरीक्षण किया। इन सबके साथ ही सीएम योगी मैदागिन में शाही नाला, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विश्वनाथ कॉरिडोर व रवींद्रपुरी में सड़क का भी निरीक्षण करेंगे। सीएम योगी रात 11:00 बजे सर्किट हाउस से निकले थे और शिवपुर, हरहुआ, संदहा से फिर से सर्किट हाउस के मार्ग द्वारा चौकाघाट, लहुराबीर, मैदागिन, बांसफाटक, गोदौलिया, सोनारपुरा, रवींद्रपुरी, लंका, विश्व सुंदरी पुल से रामनगर पहुंचे और दोबारा से सर्किट हाउस इसी रूट से पहुंचे।
फोरलेन फ्लाईओवर से गुजरा सीएम का काफिला
हम आपको बताते चले कि सीएम का काफिला 11:20 बाबतपुर रास्ते के फोरलेन फ्लाईओवर से होते हुए गुजरा था। इस बीच सीएम ने स्थान – स्थान पर लाइटिंग सहित काम को दिए जा रहे फिनिशिंग टच को भी देखा। सीएम कई स्थानों पर फ्लाईओवर के ऊपर से धूल के गुबार से होकर गुजरे। सिर्फ इतना ही नहीं रात को हरहुआ से संदहा तक 11:40 बजे रिंग रोड का निरीक्षण किया। वहीं 16 किलोमीटर रास्ते पर कुछ स्थानों पर लाइटें बंद देखकर उन्होंने प्रश्न किया की लाइटें बंद क्यों है तो ज्ञात हुआ कि कनेक्शन का काम चल रहा है।
रात 12:40 बजे पहुंचे मल्टी मॉडल टर्मिनल
सीएम योगी रामनगर मल्टी मॉडल टर्मिनल रात के 12:40 बजे पहुंचे। वहां पर जाकर उन्होंने बाहर से आए क्रेन से हो रहे कार्य को देखा। साथ ही रेल सहित सड़क एवं जल मार्ग से होने वाली कनेक्टिविटी को देखा। वहां हो रहे काम को अधिकारियों ने प्रजेेंटेशन के द्वारा दिखाया। बता दे कि रवींद्रपुरी-सोनारपुरा मार्ग सीएम योगी के आगमन से कुछ देर पूर्व ही बंद कर दिया गया। साथ ही शव वाहन को भी हरिश्चंद्र घाट जाने के लिए जो कि वहां पंहुचा था रवींद्रपुरी में ही रोक दिया गया था। सीएम योगी को विकास कार्यों का जायजा लेने के लिए अधिकारियों ने बहुत प्रयत्न किया कि ऐसे रूट से ले जाएं जहां कम गड्ढे सहित पैचवर्क करा दिया गया हो। पर इन सबके बाद भी सीएम योगी को संदहा से रामनगर तक हिचकोले खाते हुए जाना पड़ा।