दिल्ली के तीस हजारी न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं के साथ हुए गोरिल्ला युद्ध के विरोध में वाराणसी के अधिवक्ताओं ने किया सांकेतिक धरना 

दिल्ली के तीस हजारी न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं के साथ हुए गोरिल्ला युद्ध के विरोध में वाराणसी के अधिवक्ताओं ने किया सांकेतिक धरना 

वाराणसी। दिल्ली के तीस हजारी न्यायलय में 2 नवंबर को अधिवक्ताओं और पुलिस के बीच किसी बात को लेकर गोरिल्ला युद्ध शुरू हो गया। दोनों पक्षों में जमकर लातघूंसे चले। इस घटना में कई अधिवक्ताओं को गंभीर चोटें आयी है। 
दिल्ली में हुए इस घटना के विरोध में आज वाराणसी के अधिवक्ताओं ने कचहरी परिसर में सांकेतिक धरना दिया। अधिवक्ताओं ने मांग की कि घटना में गंभीर रूप से घायल अधिवक्ताओं को 50 लाख और अन्य पीड़ित अधिवक्ताओं को 25 लाख रूपये का मुआवजा दिया जाय। अधिवक्ताओं ने घटना के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की बात कही। 

अधिवक्ताओं ने कहा कि जिस प्रकार उत्तर प्रदेश में अपराध बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में बढ़ती आपराधिक घटनायें लगातार चिंता का विषय बनी हुयी है और प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार तक इन घटनाओं पर लगाम लगाने में विफल है। 

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Vikas Srivastava

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