बनारस में Deputy CM दिनेश शर्मा बोले, जल्द बनेगी नई शिक्षा नीति
वाराणसी: रोजगार के लिए अब उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों कॉलेजों के छात्रों को इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यह मौका उन्हें कौशल विकास केंद्र के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। Deputy CM दिनेश शर्मा के अनुसार ऐसे 2700 नए केंद्र प्रदेश में खोलें जाएंगे। साथ ही मोबाइल ऐप तैयार कराया जा रहा है जिनसे छात्रों को जोड़ा जा सके।
मोबाइल ऐप की सहायता से सीधे जुड़ेंगे महाविद्यालय
रविवार को Deputy CM ने राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की तरफ से महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन समारोह में कहा कि 15 किलोमीटर के दायरे में मोबाइल ऐप की सहायता से महाविद्यालय, माध्यमिक विद्यालय एवं विश्वविद्यालय सीधे तौर पर जुड़ जाएंगे।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पदाधिकारियों के साथ होगी बैठक
साथ ही बताया कि पंद्रह दिन या एक महीने का प्रशिक्षण छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के दौरान दे दिया जाएगा इसको पाठ्यक्रम में सम्मलित करने की तैयारी की जा रही है। इसको लेकर विश्वविद्यालयों सहित राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक संपन्न की जाएगी। जिससे रोजगार के अवसर पढ़ाई पूरी करने के बाद इसके जरिए मिलते रहेंगे। यह व्यवस्था अगले सत्र से लागू कर दी जाएगी।
प्रदेश के विश्वविद्यालयों में होंगे कर्मचारियों के प्रमोशन
वहीं Deputy CM ने बताया कि नई शिक्षा नीति भी जल्दी ही बनकर तैयार हो जाएगी। साथ ही हर हाल में प्रदेश के विश्वविद्यालयों सहित कॉलेजों में शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के प्रमोशन किए जाएंगे। सरकार द्वारा यह प्रयत्न किए जा रहे है कि महाविद्यालयों में स्नातक तक की एवं विश्वविद्यालयों में इससे ऊपर की पढ़ाई संपन्न कराई जाए। इस विषय को लेकर सबसे सुझाव मांगे गए हैं।
खाली पदों पर नियुक्ति संबंधी हो रही कार्रवाई
इन सबके साथ ही संबंधी कार्रवाई वित्तविहीन शिक्षकों, मानदेय शिक्षकों के विनियमितीकरण के लिए नियमावली बनाने सहित खाली पदों पर नियुक्ति के लिए चल रही है। वहीं अब नियमानुसार कार्रवाई शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने के प्रस्ताव पर भी की जाएगी।