वाराणसी: सेना में भर्ती का झांसा देकर 35 लोगों से ऐंठे 92 लाख
वाराणसी: आए दिन नौकरी के नाम पर ठगी की घटनाएं सुनने को प्रायः ही मिलती ही रहती है। इस बार सेना में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 92 लाख 80 हजार रुपये ठगने का मामला उजागर हुआ है। मामले को लेकर बुधवार को गाजीपुर के जमानिया क्षेत्र के सब्बलपुर खुर्द निवासी अवध बिहारी उपाध्याय ने बलिया जिले के गड़वार थाना के हजौली के मूल निवासी और सारनाथ के पहड़िया क्षेत्र में रहने वाले आरोपी के खिलाफ एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग रखी है। मामले की जांच कर इंस्पेक्टर सारनाथ को एसएसपी ने कार्रवाई का निर्देश दिया है।
92 लाख 80 हजार रुपये लेकर हुआ फरार
मामले के अनुसार सारनाथ में रहने वाले व्यक्ति ने 2015 में सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर पहले अपनी मजबूत पकड़ और दबदबे का एहसास जताया और फिर झांसा देकर तकरीबन 92 लाख 80 हजार रुपये 35 लोगों के लेकर नौ दो ग्यारह हो गया। वहीं मामले के सबंध में अवध बिहारी ने बताया कि नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र भी बकायदा पैसे लेने के बाद उनको दिया गया। जब महाराष्ट्र के नासिक देवनाली स्थित एमईएस कैंप लोग नियुक्ति पत्र सहित पहुंचे तो ज्ञात हुआ कि पत्र फर्जी है। जिसके बाद एक बार फिर से लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र दिया गया जिस पर लोगों ने अपना पैसा मांगना प्रारम्भ कर दिया।
खेत बेचकर भर्ती के लिए दिए रुपये
वहीं आरोप यह भी है कि पांच लाख रुपये के चार चेक आरोपी द्वारा दिए गए। बैंक में जाने पर यह ज्ञात हुआ कि जिस खाते का चेक है वो काफी समय पहले ही बंद हो चुका है। वहीं दूसरी तरफ भुक्तभोगियों द्वारा बताया गया कि आईजी रेंज वाराणसी को भी एसपी गाजीपुर के बाद प्रार्थना पत्र दे दिया गया पर जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो एसएसपी वाराणसी से मुलाकात की गई। बताते चले कि इस पैसे देने की प्रक्रिया में कुछ लोग ऐसे भी शामिल है जिन्होंने अपना खेत बेचकर भर्ती के लिए रुपया दिया था। वहीं अवध बिहारी ने कहा कि उम्मीद है कि आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और इस बार न्याय भी मिलेगा।