वाराणसी में बंदरो के आतंक से गयी 13 वर्षीय मासूम की जान
वाराणसी: यदि शहर में जाम के बाद दूसरी कोई सबसे बड़ी समस्या है तो वह बंदरों का आतंक और इसी मामले में बंदरो के दौड़ाये जाने से एक लड़की की छत से गिरने की वजह से मौत हो गई। जिसके बाद बच्ची के परिवार में कोहराम मच गया मृतक बच्ची गोरखपुर की रहने वाली थी जिसका नाम अरीबा उर्फ़ माहि था, और वह रामनगर स्थित अपने ननिहाल में रह कर पढ़ती थी।
इससे पहले भी कई लोग बंदरों के हमले में या तो अपंग हो चुके हैं और कई तो अपनी जान से भी हाथ गंवा चुके हैं। इसी क्रम में रामनगर के गोलाघाट में रहने वाली 13 वर्षीय मासूम शुक्रवार को शाम बंदरों के झुंड के से बचने का प्रयास करने के लिए छत से गली में कूद गई, जिससे उसके सर में गंभीर छोटे आयी।
घटना के बाद अरीबा का परिवार उसे इलाज के लिए ट्रामा सेंटर ले गया जहां उसकी मौत हो गई, इस संबंध में मृतक के मामा सरवर खान ने बताया कि मेरी बहन की शादी गोरखपुर के गुरेड़ी गांव में हुई है। और उसका पति सऊदी अरब में वुड डिजाइनर का काम करता है।
इस कारणवश मेरी बहन अपने इकलौती संतान माही के साथ यही रहती है, आने वाली 1 मार्च को माहि का जन्मदिन था। और हम सब उसकी तैयारी में लगे थे, शुक्रवार की शाम को अरीबा छत पर बैठी हुई थी तभी बंदरों ने उसे दौड़ा लिया और उसे कुछ समझ नहीं आया, उसने अपने बचाव में से गली में छलांग लगा दी। जिससे उसके सर में गंभीर चोट आ गई। उसके मामा ने बताया कि हमने उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था, पर उसे रविवार तक उसे होश नहीं आया और अंत में उसकी मृत्यु हो गई।