पूर्वांचल में बरिश का कहर जारी, गावों सहित रियासी इलाकों में घुसा पानी
दो दिन से लगातार बारिश से गंगा सहित पूर्वांचल में सभी नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा। गंगा में बढ़ते उफ़ान ने ख़तरे लाल निशान के पास पहुंच चुकी है। केरला में आए त्रासदी के बाद पूर्वांचल में भी बढ़ते जलस्तर का प्रभाव देखने को मिला।
घर और दीवारें गिरने लगी
नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा तो दर्जनभर से अधिक कच्चे मकान और दीवारें गिर गईं। इससे हुए हादसों में चार लोगों की मौत और 10 घायल हो गए। तटीय इलाकों निकट सभी खेत खलियान बुरी तरह प्रभावित हुए है। चंदौली के आस-पास के खेत पूरी तरह नष्ट हो चूका है।
ये क्षेत्र हुए प्रभावित
भदोही में इस बार अब तक रिकार्ड 1008 मिमी बारिश दर्ज की गई। सोनभद्र में कक्षा आठ तक के विद्यालय चार सितंबर को बंद रहेंगे व तीन मकान गिर गए। मिर्जापुर में दीवारें गिरने से महिला समेत दो की मौत, तीन जख्मी, जबकि जौनपुर में एक की मौत, छह घायल और आजमगढ़ में दीवार ढहने से बुजुर्ग की मौत हो गई। चंदौली में छह कच्चे मकान गिर गए और एक महिला घायल हो गई। भदोही में आधा दर्जन कच्चे मकान और पेड़ धराशायी हो गए, कुआं धंस गया। सीतामढ़ी में गंगा किनारे बना यज्ञ मंडप गिर गया। रिहंद बांध का जलस्तर 862 फीट पहुंच गया। धंधरौल और नगवां बांध का जलस्तर खतरे के निशान पार करने पर सभी फाटक खोल दिए गए। वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर, भदोही, चंदौली में गंगा, बलिया, आजमगढ़ और मऊ में घाघरा का पानी बढ़ रहा है। बलिया में आधा दर्जन गांवों और वाराणसी में मारुति नगर कॉलोनी में पानी घुस गया।