जानिए होलिका दहन का शुभ मुहूर्त और कैसे बच सकते है होली पर होने वाली स्किन समस्याओ से
होली के एक दिन पहले होलिका दहन का विशेष त्यौहार मनाया जाता है और हम आज आपको बताने जा रहे हैं कि इस बार के होलिका दहन का शुभ मुहूर्त क्या है। साथ ही हम आपको बताएँगे की आप कैसे होली खेले जिससे आपको स्किन या फिर शरीर की अन्य कोई समस्याए ना हो।
पौराणिक कथाओं के अनुसार होलिका दहन का त्यौहार इसलिए मनाया जाता है, क्योंकि इस अवसर पर हिरणकश्यप प्रहलाद को मारना चाहता था। इस कारणों से उसने अपनी बहन होलिका को प्रहलाद को लेकर अग्नि में बैठने के लिए कहा क्योंकि होलीका को वरदान था, कि उसे अग्नि जला नहीं सकती थी। पर भगवान की कृपा से होलिका उस अग्नि में भस्म हो गई। और भक्त प्रहलाद को कुछ नहीं हुआ, इसी उत्सव में उस दिन से होलिका दहन का पर्व मनाया जाता है। जो विजयदशमी की तरह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है, ज्योतिषचार्यों के अनुसार इस बार होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 7 बजके 13 मिनट पर बताया जा रहा है।
वैसे तो आजकल के समय में लोग होलिका में किसी भी प्रकार की लकड़ी और हानिकारक चीजें जला देते हैं। पर इस संबंध में विद्वानों ने बताया है, कि होलिका में सिर्फ गाय की गोहरी, रेढ़ की पेड़ या फिर आम की लकड़ी का ही उपयोग किया जा सकता है क्योंकि इनका धुआं वातावरण को नुकसान नहीं पहुंचाता और मानव स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा माना जाता है, साथ इसका धुआँ हानिकारक बैक्टीरिया को भी नष्ट करने का काम करता है।
होली में रंग खलेते समय रखे इन बातो का ध्यान
यदि आप होली खेलते समय इन बातो का ध्यान रखेंगे तो त्वचा संबंधित समस्याओं से बचे रहेंगे डॉक्टरों के अनुसार यदि आपको स्किन संबंधी समस्याओं से बचना है, तो इस बार होली पर हर्बल रंग से होली खेले। वैसे तो आज से कुछ वर्ष पहले तक यह रंग बहुत महंगे आते थे, इसलिए लोग इनका उपयोग बहुत ही कम करते थे।
पर अब यह रंग काफी कम कीमतों पर उपलब्ध हैं, इसलिए जहां तक हो सके केमिकल द्वारा बनाए गए रंगो का उपयोग ना करें। साथ ही होली खेलते समय आंखों का भी विशेष ख्याल रखें, क्योंकि शरीर का यह हिस्सा सबसे ज्यादा सेंसिटिव माना जाता है। इसलिए होली खेलते समय ध्यान दें कि किसी भी प्रकार से आपकी आंखों में रंग ना जाये।
इसके साथ ही आप अन्य सावधानियां भी बरत सकते हैं, जैसे बालों की सुरक्षा के लिए होली खेलने से पहले बालों में तेल अवश्य लगाएं, इससे आपके बालों में रंग इकट्ठा नहीं होगा। जिससे आप सर में होने वाली खुजली जैसी समस्याओ से बचे रहेंगे।