वाराणसी: रेलकर्मियों का होगा होमी भाभा कैंसर अस्पताल में मुफ्त इलाज
वाराणसी: रेलकर्मियों के लिए एक और अच्छी खबर आ रही है कि अब होमी भाभा कैंसर अस्पताल में होगा उनका मुफ्त इलाज। यह सुविधा तकरीबन पूर्वांचल के 25 हजार रेलकर्मियों को मिलेगी। इसको लेकर एमओयू साइन हुआ है पूर्वोत्तर रेलवे के एडीआरएम वीके श्रीवास्तव व टाटा मेमोरियल डिप्टी डायरेक्टर (ओएसबी) डॉ. नारायण एचकेवी के बीच।
टाटा मेमोरियल ने कैंसर अस्पताल का किया अधिग्रहण
इस खबर पर रेल के विभन्न संगठनों द्वारा हर्ष जाहिर किया गया है। वर्ष भर पूर्व टाटा मेमोरियल ने रेलवे के कैंसर अस्पताल का अधिग्रहण कर लिया। वहीं रेल कर्मचारियों को इस बात का बहोरोशा था कि उनको यहां पर प्राथमिकता मिलने के साथ ही मुफ्त इलाज की सुविधा भी मिलेगी पर उनकी हर उम्मीद टूट गई थी। सिर्फ इतना ही नहीं पत्राचार भी अधिकारियों व मंत्रालय स्तर पर किया गया था। कर्मचारियों की मांग विरोध के बाद मान ली गई। इस वजह से अब रेलकर्मचारियों का कैशलेस इलाज यहां पर होगा। वहीं अशोक कुमार जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि इसका लाभ मरीजों को मिलना प्रारम्भ हो गया है।
संगठनों द्वारा जाहिर की गई खुशी
इस फैसले पर विभिन्न रेल संगठनों ने खुशी व्यक्त की है। वहीं इस फैसले पर खुशी जाहिर की है भारतीय रेलवे मजदूर संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अविनाश पाठक सहित पूर्वोत्तर रेलवे मजदूर यूनियन शाखा मंत्री राना राकेश रंजन, एनई रेलवे मेंस कांग्रेस के केंद्रीय अध्यक्ष अखिलेश पांडेय, उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन के शाखा मंत्री विंध्यवासिनी यादव ने भी की।
इस प्रकार ले सकेंगे सुविधा
कार्यरत रेलकर्मचारी को देश के किसी भी भाग में पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के सीएमएस के पास मरीज से जुड़ी सभी रिपोर्ट को लेकर आना होगा। यहां पर मरीज की स्थितिनुसार उसे कैंसर अस्पताल में रेफर किया जाएगा। इन सबमे एक लाख का कैशलेस इलाज पहले किया जाएगा और फिर बाद में मरीज की स्थित को देखते हुए सीएमएस कैशलेस की सीमा में वृद्धि की जा सकती हैं। यहां पर मरीजों का पांच लाख से लेकर उससे अधिक तक का इलाज किया जा सकेगा। सिर्फ इतना ही नहीं रेलकर्मचारी द्वारा मेडिकल कार्ड भी साथ में लाना अनिवार्य होगा। जबकि बेड की उपलब्धता पर यह सुविधा निर्भर होगी।
इन जिलों सहित तटवर्ती प्रदेशों को भी होगा लाभ
इन सबके साथ ही गाजीपुर, मऊ, बलिया, गोरखपुर, चंदौली, भदोही, वाराणसी, मिर्जापुर, जौनपुर, इलाहाबाद, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़ सहित तटवर्ती प्रदेशों के मरीज भी इसका फायदा ले सकेंगे। इन सबके साथ उत्तर रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे, डीरेका, एनसीआर, ईसीआर आदि को भी इसका फायदा मिलेगा।