पहली बार भारत की बदनामी विदेश में हुयी – अखिलेश यादव

पहली बार भारत की बदनामी विदेश में हुयी – अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए बोला कि विदेशी सरजमीं पे पहली बार हमारे देश की ख्याति धूमिल हुयी है। लंदन में प्रधानमंत्री के सामने हुए विरोध प्रदर्शन का जिक्र कर उन्होंने जम्मू में आसिफा व उन्नाव दुष्कर्म कांड को लेकर सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए।

गुरुवार को ठठिया में पूर्व विधायक स्व.होरीलाल यादव की पौत्री के विवाह समारोह में आए अखिलेश ने भाजपा पर सियासी तीर चलाते कहा कि भारत को पहली बाद लंदन में बदनामी का मुंह देखना पड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने लोगों ने प्रदर्शन किया। जम्मू में हुए आसिफा दुष्कर्म कांड ने तो पूरे देश को शर्मसार कर दिया। इसके बाद उन्नाव की घटना पर कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। अखिलेश यादव ने कहा, ‘भाजपाई अपनी योजनाओं को लांच करने से पहले क्लोरोफार्म लगा देते हैं।इससे योजना का लाभ मिलने से पहले ही झांसे में फंसकर जनता बेहोश हो जाती है।’ इसके साथ ही उन्होंने कन्नौज से लोकसभा चुनाव लडऩे का एलान किया।

बॉम्बे हाईकोर्ट का बयान विदेशों में भारत की ख्याति हो रही है धूमिल

कठुआ और उन्नाव बलात्कार मामलों को लेकर पैदा हुए राष्ट्रव्यापी आक्रोश के बीच बंबई हाईकोर्ट ने गुरुवार को कहा कि विदेशों में भारत की इमेज प्रभावित हो रही है तथा ऐसी धारणा बन रही है कि यह अपराधों और दुष्कर्मों का देश है. जहां उदार और सेक्युलर लोग सुरक्षित नहीं हैं. जज एससी धर्माधिकारी और जज भारती डांगरे की बेंच ने यह भी कहा कि वर्तमान हालत की वजह से बाकी दुनिया एजुकेशनल या कल्चरल मुद्दों पर भारत के साथ जुड़ने में हिचक रही है

पीएम मोदी को आईएमएफ प्रमुख की नसीहत, महिला सुरक्षा पर ध्यान दें

जम्मू-कश्मीर में आठ साल की एक बच्ची से रेप के बाद उसकी हत्या को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ( आईएमएफ ) की प्रमुख क्रिस्टीन लगार्ड ने ‘वीभत्स’ करार दिया है। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सभी भारतीय पदाधिकारी इस पर ज्यादा ध्यान देंगे। लगार्ड ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब जम्मू-कश्मीर के कठुआ और उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बलात्कार के मामलों पर देशव्यापी आक्रोश है इन मामलों में सख्त कार्रवाई के लिए जगह-जगह धरने प्रदर्शन किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘भारत में जो कुछ हुआ है वह वीभत्स है. मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शुरू कर सभी भारतीय पदाधिकारी इस पर ज्यादा ध्यान देंगे। क्योंकि भारत में महिलाओं के लिए यह जरूरी है।’
लगार्ड ने कहा,‘मैं जब पिछली बार दावोस में थी तो पीएम मोदी के भाषण के बाद मैंने उनसे कहा था कि उन्होंने भारत की महिलाओं का पर्याप्त रूप से जिक्र नहीं किया।’ सवाल सिर्फ उनके बारे में बातें करने का नहीं है, इसके साथ ही उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यह आईएमएफ की नहीं बल्कि उनकी निजी राय है.

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.