वाराणसी: मर रही है इंसानियत जानवरों पर हो रहा अत्यधिक अत्याचार
वाराणसी: आए दिन जानवरों के साथ होते अत्याचार देखने को मिलते है एक तरफ जहां सरकार द्वारा गौ हत्या पर इतने सारे कदम उठाये जा रहे है एवं अन्य पशुओं के लिए भी बहुत सारे कानून बनाए गए है। पशुओं की तस्करी संबंधित यह अपराध रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है।
वाराणसी सहित अन्य जिलों के कई मामले आए सामने
गत दिनों में पशु तस्करी के वाराणसी जिले सहित अन्य जिलों के कई मामले सामने आए है। अब तो डाक पार्सल लिखे कंटनेर का धड़ल्ले से उपयोग पशु तस्कर पुलिस से बचने के लिए करने लगे है। पुलिस ने पांच तस्करों को कंटेनर और ट्रकों में भरे गए 207 मवेशियों (भैंस-पड़वा) को बरामद कर गिरफ्तार किया था। पुलिस ने घेराबंदी कर एक कंटेनर और तीन ट्रकों को वाराणसी जिले की सीमा पर स्थित मिर्जामुराद इलाके में पकड़ा था। पशु तस्करों ने पुलिस टीम को कुचलने किया था प्रयत्न। वहीं 30 मवेशियों की ट्रकों में ठूंस-ठूंस कर भरे जाने से मृत्यु तक हो गई।
इस वाकये के संबंध में मिर्जामुराद थाना प्रभारी वैभव सिंह से जब बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि मवेशियों को बिहार से कानपुर की तरफ ले जाया जा रहा था एवं बरामद हुए मवेशियों संख्या 207 पाई गई थी। साथ ही बताया कि बागपत के मो.चांद सहित मुजफ्फरनगर के मो.रिजवान, बिहार के धर्मेंद्र शाह, मो.शहनवाज और मो.इजराइल भी तस्करी के मामले में गिरफ्तार किए गए थे।
बीते महीने पशु तस्करों से सौदेबाजी का ऑडियो वायरल होने का मामला सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ तक जा पहुंचा था। जिसके पश्चात थानेदार सहित कारखास तक निलंबित हो गए थे। वहीं कारखास सिपाही अफाक हैदर को तो जेल तक भेज दिया गया था। इसके बाद से ही पशु तस्करी रोकने के लिए मिर्जामुराद पुलिस सक्रिय है। 641 मवेशी बरामद करने के सहित 30 तस्करों को पिछले दिनों चार ट्रकों से गिरफ्तार किया गया था।
इन तमाम प्रयासों के बावजूद बनारस में शुक्रवार को एक नया मामला सामने आया है जिसमें 36 किलो खाल डीआरआई की टीम ने कार्रवाई करते हुए बरामद की है। एक तस्कर को भी इसके साथ ही गिरफ्तार किया गया। वहीं पकड़े गए कछुए की खाल की कीमत लाखों रूपये आकि गई है। रूबरू करवा दे कि किसी भी प्रकार की चौकसी कछुआ संरक्षण केंद्र होने के बाद भी नहीं है।
मुखबिर से सूचना मिलने के पर मिली जानकारी
मुखबिर से सूचना मिलने के बाद यह जानकारी मिली कि एक युवक पश्चिमी यूपी से कछुओं की खाल को कोलकाता लेकर जा रहा है। उसके पश्चात इस खाल को बांग्लादेश के मार्ग से मलेशिया एवं थाईलैंड को भेजा जाना था। मगर उस बीच ही रामनगर बाईपास के समीप सूचना मिलने के बाद वाराणसी पुलिस द्वारा इस मंसूबे को नाकाम किया गया। टीम ने गैस के खाली सिलेंडर से भरा हुआ एक ट्रक जब्त किया जिसके पश्चात जांच में दो बैग ट्रक के अंदर से ही बरामद हुए। जिसमें 36 किलो कछुए की (547 पीस) बरामद हुई थी। साथ ही मनीष कुमार निवासी फिरोजाबाद के एक तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया था।
पशुओं को लेकर इतने सारे बने हुए कानूनों के बाद भी हर दी हर क्षण कोई न कोई घटना घटित होती ही रहती हैं वह जानवर है बोल नहीं सकता अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर सकता पर आप तो इंसान है आप तो समझ सकते है उसका दर्द उसकी संवेदनाओं को। धरती पर सबसे विवेकशील प्राणी भगवान ने हम इंसानों को ही बनाया है अगर हम ही ऐसा करेंगे तो धरती पर मानवता का नामों – निशान मिट जाएगा।