वाराणसी: काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का नक्शा तैयार, चार चरणों में होगा निर्माण
वाराणसी: शुक्रवार को अहमदाबाद की कंसलटेंट कंपनी ने प्रस्तावित मंदिर कॉरिडोर का नक्शा मंदिर प्रशासन को सौंप दिया। इस विषय पर अधिकारियों के साथ बैठक इससे पूर्व संपन्न हुई। प्रस्तावित रूपरेखा के हिसाब से पूरे चार चरणों में निर्माण कार्य किया जाएगा। जबकि पहले एवं तीसरे चरण का कार्य पहले ही प्रारम्भ कर दिया जाएगा।
पहले चरण में गंगा घाट के किनारे का काम होगा
हम आपको बता दे कि मंदिर एवं आस – पास के इलाके का कार्य जहां पहले चरण में होगा वहीं गंगा घाट के किनारे का काम तीसरे चरण में सम्मलित रहेगा। सबसे पहले चरण में वह कार्य इसलिए भी किया जाएगा जिससे श्रद्धालुओं को सुविधा मिलनी प्रारम्भ हो जाए। तीसरे चरण में हो रहे कार्य में गंगा की तरफ से कॉरिडोर नजर आने लगेगा।
दूसरे और चौथे चरण में निर्माण कार्य होगा
वहीं जहां दूसरे और चौथे चरण का निर्माण कार्य होना है वहां घनी अबादी वाला क्षेत्र है जहां पर अभी भवनों की खरीद सहित ध्वस्तीकरण का काम होना भी बाकि ही है। इसी वजह को ध्यान में रखते हुए दूसरे एवं चौथे चरण का काम बाद में प्रारम्भ किया जाएगा। काफी सिमा तक कॉरिडोर की स्थिति इस ब्लूप्रिंट से साफ हो जाएगी। वहीं मंदिर के सीईओ विशाल सिंह ने कहा कि कॉरिडोर का फाइनल नक्शा कंपनी तैयार करके सौंपेगी।
एक नजर में मंदिर कॉरिडोर
हम आपको बता दे कि एक नजर में मंदिर कॉरिडोर में जहां 296 भवनों को खरीदना जाना है वहीं कॉरिडोर 25हजार वर्ग मीटर में रहेगा। साथ ही निजी संपत्तियां 227 हैं एवं 168 की रजिस्ट्री हो चुकी है। सेवईत के भवन की संख्या 31 है। वहीं राजीनामा 11 का हुआ है व अधिग्रहण 13 मंदिर का होना है। नगर निगम की 5 परिसंपत्तियां है। ट्रस्टों की 21 परिसंपत्तियां हैं एवं ध्वस्तीकरण का कार्य जिन भवनों का हो रहा है उनकी संख्या 90 है।