उत्तर प्रदेश के इस चुनाव में एक साथ उतरी कांग्रेस, सपा और बसपा, मैदान छोड़कर भागी बीजेपी
चुनाव चाहे कितना भी छोटा हो जीतने के लिए मेहनत करनी ही पड़ती है फिर चाहे लोकसभा चुनाव की बात की जाए या फिर कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में होने वाले छात्रसंघ चुनावों की बात की जाए। ऐसे में चुनाव अगर प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में हो तो उसकी गूंज दिल्ली तक पहुंचनी तय है।
हम बात कर रहे हैं बनारस के एक चुनाव की जहां पर विपक्ष के एकजुट हो जाने पर बीजेपी चुनाव से दूर भाग खड़ी हो गई। हाल ही में हुए उत्तर प्रदेश के उपचुनाव के नतीजे ने सबको चौंकाया है ऐसे में बनारस में मंगलवार को जिला योजना समिति के चुनाव के लिए हुए नामांकन को देखा जाए तो भारतीय जनता पार्टी खेमे में मची हुई खलबली को साफ तौर पर देखा जा सकता है।
जिला योजना समिति का चुनाव भले ही छोटा हो परंतु इस तरह कांग्रेस, सपा, बसपा एवं निर्दल के संयुक्त गठबंधन से बीजेपी इस कदर डरी हुई है कि कुल 13 पार्षदों के रिक्त स्थानों के लिए हो रहे चुनाव में एक भी प्रत्याशी को मैदान में नहीं उतारा।
राजनीतिक पंडितों के अनुसार भले ही इस चुनाव का महत्व छोटा हो मगर इस तरह बीजेपी का मैदान छोड़कर भाग जाना आने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मतदाताओं में एक गलत संदेश का प्रसार होगा।
हम आपको बता दें कि जिला योजना समिति में कुल 13 पार्षदों की जगह होती है जिसके लिए कांग्रेस के तरफ से 6 सपा की तरफ से 4 एवं 3 निर्दल प्रत्याशी मैदान में है। ऐसे में BJP का एक भी नामांकन ना होना उनके खेमे में फैले हुए हताशा को दर्शाता है।
इन प्रत्याशियों ने किया नामांकन!
अफजाल अंसारी – नगर निगम (कांग्रेस)
तुफैल अंसारी – नगर निगम (कांग्रेस)
प्रीति चौबे – नगर निगम (कांग्रेस)
सतावती देवी – गंगापुर (कांग्रेस)
रंजना भारती – रामनगर (कांग्रेस)
कौशल्या देवी – नगर निगम (कांग्रेस)
राजेश पासी – नगर निगम (सपा)
अंजना भारती – गंगापुर (सपा)
अशरफ राईन – रामनगर (सपा)
दूधनाथ राजभर – नगर निगम (सपा)
अजय कुमार – रामनगर (निर्दल)
मनोज कुमार – नगर निगम (निर्दल)
सीता देवी – नगर निगम (निर्दल)