BJP की बढ़ी मुश्किलें, ओमप्रकाश राजभर ने यदि छोड़ा बीजेपी का साथ तो होंगे ये नुकसान
भारतीय जनता पार्टी इन दिनों काफी परेशान है उत्तर प्रदेश के उपचुनाव नतीजे आने के पश्चात उनके कुछ अपने ही उन्हें परेशान करने में लगे हुए हैं। हम बात कर रहे हैं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की। ओमप्रकाश राजभर ने 2019 लोकसभा चुनाव के पहले ही अपनी अनदेखी करने का बीजेपी पर आरोप लगाया और राज्यसभा चुनाव को मुद्दा बनाकर BJP को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया है।
ओमप्रकाश राजभर हमेशा ही अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। उन्होंने बलिया में अपनी पहली ही सभा में वहां के क्षेत्रीय भाजपा नेताओं को जमकर कोसा और मंच से BJP को बुरा भला कहा था और अब योगी सरकार के आने से ओमप्रकाश राजभर अपने आप को तवज्जो ना मिलने से बीजेपी से खफा है, कभी गाजीपुर के DM के तबादले को मुद्दा बनाकर तो कभी तवज्जो न मिलने को लेकर वह आए दिन अपने बयानों से अपनी नाराजगी जताते रहते हैं।
अब आखिरकार बीजेपी के चाणक्य माने जाने वाले अमित शाह ने ओमप्रकाश राजभर को दिल्ली बुलाया है जहां पर उन्हें मनाने की भरपूर कोशिश की जाएगी क्योंकि यदि ओमप्रकाश राजभर बीजेपी का साथ छोड़ते हैं तो ऐसी 42 विधानसभाएं हैं जहां पर BJP को मुश्किलें आ सकती हैं। हम आपको बता दें कि पूर्वांचल की जातिगत गणना में राजभरों की गिनती करीब 18% है।
सुभासपा जैसी छोटी पार्टी वैसे तो चुनाव अकेले दम पर नहीं जीत पाती मगर अगर यह किसी पार्टी के साथ चुनाव लड़ती हैं तो चुनावी नतीजों पर गहरा असर करती हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चाणक्य के जैसे चाल चलने वाले अमित शाह बीजेपी के सामने आई इस परेशानी से कैसे निपटते हैं।