पौरोणिक नगरी वाराणसी होगी प्लास्टिक फ्री
काशी जो की एक पौरणिक नगरी है जहां पर आये दिन ही सैलानी आते रहते है। इसका स्वच्छ और सुन्दर होना कितना जरूरी है यह हर कोई जानता है।
हम आपको बताते चले कि जल्द ही वाराणसी शहर के गंगा का किनारा प्लास्टिक मुक्त किया जाएगा। इसकी शुरुआत तीन घाटों को प्लास्टिक मुक्त करने से कि जाएगी। इसके लिए जायका की तरफ से तैयारी की जा रही है जल्दी ही इसकी शुरुआत दशाश्वमेध घाट से की जाएगी। उस क्षेत्र में लोगों को इसके लिए जागरूक करने के साथ ही प्लास्टिक की खरीद बिक्री समेत उपयोग पर भी रोक लगा दी जाएगी।
आदेशों के बाद भी लोगों में जागरूकता नही आई जिसको देखते हुए अब जायका ने गांधीगिरी के तरीके को अपनाते हुए शहर को प्लास्टिक मुक्त करने की तैयारी कर ली है। जायका ने पहले चरण में तीन घाटों का चुनाव किया है जिनमें राजेंद्र प्रसाद घाट, दशाश्वमेध घाट और शीतला घाट शामिल है। गांधीगिरी को कायम करते हुए जायका समूह ने कागज के थैले और कपड़े के झोले तैयार कर लिए हैं जिसको वह घाटों पर बाटेंगे। सरिता तिवारी जो कि जायका की समाज शास्त्री है ने बताया है कि तीन घाटों पर इसका प्रयोग किया जाएगा। यह काम शुरू करने में कौन-कौन सी समस्याएं आती है इन सबको ध्यान में रखते हुए धीरे-धीरे बाकि घाटों को भी प्लास्टिक फ्री करने में शामिल किया जाएगा।
शहर की सफाई की अजीब वयवस्था और प्लास्टिक का अत्यधिक प्रयोग को ध्यान में रखते हुए अब गांधीगिरी को अपनाते हुए लोगो को जागरूक कर प्लास्टिक मुक्त घाट बनाए जाने से जायका करेगा काम। अब देखना यह होगा कि यह अभियान कितना सफल होता है।