कठुआ गैंगरेप केस की सुनवाई आज से, पीड़िता की वकील को भी मिल रही हैं रेप की धमकियां
कठुआ गैंगरेप मामले में सामूहिक दुष्कर्म के बाद 8 साल की बच्ची की हत्या के आठ आरोपियों के खिलाफ सोमवार से मुकदमा शुरू होगा। वहीं, बच्ची के परिजनों की तरफ से लड़ रही वकील दीपिका एस राजावत ने धमकियां मिलने का आरोप लगाया। वह सोमवार को सुप्रीम कोर्ट को बताएंगी कि उनकी जान खतरे में है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि मैं कब तक जिंदा रहूंगी। मेरे साथ दुष्कर्म हो सकता है। मेरी हत्या भी हो सकती है। मुझे कल धमकी मिली थी कि तुम्हें माफ नहीं करेंगे।
राजावत ने आगे कहा, ‘मुस्लिम लड़की के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ने पर मुझे हिंदू विरोधी कहकर समाज से निकालने की बातें हो रही हैं। कोर्ट में प्रैक्टिस करने तक से रोका जा रहा है। मैं नहीं जानती कि आगे कैसे गुजारा करूंगी।‘ हालांकि वकीलों से जुड़े विवाद की जांच के लिए काउंसिल ने एक पैनल बनाया है। जम्मू-कश्मीर बार एसोसिएशन के वकीलों पर आरोपियों का सपोर्ट करने का आरोप है। जिन्होंने 10 अप्रैल को पुलिस को चार्जशीट पेश करने से रोका था।
कठुआ जिले के रासना गांव में अल्पसंख्यक बकरवाल समुदाय की 8 साल की बच्ची से जनवरी में बंधक बनाकर कई दिनों तक गैंगरेप किया गया, बाद में उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गयी। बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के आरोपियों में एक नाबालिग भी है। एसआईटी ने उसके खिलाफ अलग चार्जशीट दाखिल की है। नियमों के तहत कठुआ के चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट सात आरोपियों के खिलाफ दाखिल चार्जशीट सेशंस कोर्ट भेजेंगे। वहीं, नाबालिग के खिलाफ उन्हीं के कोर्ट में सुनवाई चलेगी।
आप को बता दें कि इस संवेदनशील केस के हिंदू-मुस्लिम का रंग लेते देख महबूबा सरकार ने पैरवी के लिए सिख समुदाय के दो स्पेशल पब्लिक प्रॉसीक्यूटर नियुक्त किया है।
राज्यपाल को भेजे दुष्कर्म के आरोपियों के समर्थन में हुई रैली में जाकर विवादों में घिरे भाजपा के दोनों मंत्रियों के इस्तीफे मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रविवार को मंजूर कर लिए। राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि मंत्री लाल सिंह और चंद्र प्रकाश गंगा के इस्तीफे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सत शर्मा ने सीएम को भेजे थे। इन्हें तत्काल मंजूर कर राज्यपाल एनएन वोहरा के पास भेज दिया गया।
आपको बता दें कि 10 अप्रैल को इस मामले में चार्जशीट दाखिल की गई थी, तब वकीलों ने पुलिस को चार्जशीट दाखिल करने से रोका था। इसके बाद ही इस मामले ने आग पकड़ लिया और देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।