राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड मेडल विजेता पूनम यादव पर हमला

राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड मेडल विजेता पूनम यादव पर हमला

विश्व स्तर पर भारत का सम्मान बढ़ाने वाली काशी की बिटिया पूनम यादव के स्‍वागत में शुक्रवार को जहां वाराणसी की जनता ने पलक बिछा लिया था, वहीं शनिवार को काशी की इस बिटिया पर कुछ दबंगों ने हमला बोल देश को शर्मसार कर दिया। दरसल वाराणसी के रोहनिया थानाक्षेत्र स्‍थित अपनी बुआ से मिलने उनके घर मिलने पहुंची वेट लिफ्टर पूनम यादव के रिश्तेदारों पर कुछ लोगों ने हमला बोल दिया। हमले में उनके साथ मौजूद परिजन घायल हो गये हैं वहीं पूनम के साथ भी हाथापाई हुई। पूनम ने जब इसकी शिकायत 100 नंबर पर की तो मौके पर मनबढ़ दबंग पूनम से हाथापाई करने में जरा भी नहीं हिचकिचाए। मामला पुराने ज़मीनी विवाद का बताया जा रहा है।

शुक्रवार को देश का मान बढाकर काशी पहुंची गोल्डन गर्ल को वाराणसी के रोहनिया थाने में अपनी सुरक्षा की गुहार लगानी पड़ी। आस्ट्रेलिया के गोलकोस्ट में 69 किलो भार वर्ग में भारत के लिए गोल्ड मैडल जीत पूनम यादव अपने घर वाराणसी पहुंची थी। जीत का जश्न मनाने पूनम यादव और उसके परिवार के परिजन पूनम की बुआ के घर पहुंचे। बुआ के घर पर जीत का जश्न मानाने के मनाने के बाद पूनम और उसके परिवार के सदस्य जैसे ही निकले वैसे ही गावं के दबंगो ने पूनम के बुआ और परिजनों को मारने लगे। परिजनों को पीटता देख पूनम ने डॉयल 100 पर पुलिस को सुचना दिया, जिसके बाद दबंगो ने पुनम से हाथापाई करने लगे।

इस सम्बन्ध में पूनम यादव के परिजनों ने बताया की कल जब पूनम शहर आयी तो उसकी रोहनिया थानांतर्गत मुंगवार की रहने वाली बुआ मंजू यादव मिलने नहीं आ पाई थी। पूनम आज अपनी बुआ से मिलने मुंगवार गांव पहुंची थी। उसी समय बुआ के पड़ोसियों ने उनके ऊपर हमला बोल दिया। किसी तरह वो खुद को बचाकर रोहनिया थाने पहुंचीं। आरोप है कि थाने से पुलिस फ़ोर्स लेकर वापस जब पूनम मु्ंगवार गाँव आयीं, तो ग्राम प्रधान ने गोलबंदी करवाकर एक बार फिर हमला करवाया। जिसमें लोगों ने पूनम के साथ हाथापाई की गयी। इस दौरान पूनम के साथ मौजूद नेशनल स्तर के पहलवान राम आसरे का भी सिर फूटा है। इसके अलावा 4 अन्य लोग भी घायल हुए हैं।

प्रशासन की माने तो दोनों पक्षों में जमीन को लेकर विवाद हुआ था, जिसे लेकर आज दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ। क्षेत्राधिकारी अंकिता सिंह कि माने तो पूनम की बुआ ने हाल ही में एक ज़मीन का बैनामा लुलुर यादव से करवाया था। उसपर जब बिजली का कनेक्शन लिया जाने लगा तो पता चला की अभी ज़मीन का बंटवारा नहीं हुआ है, तो उसपर बिजली का कनेक्शन नहीं हो पायेगा। इसके बाद पूनम की बुआ के परिवार और ज़मीन बेचने वाले परिवार में विवाद हुआ था। अंकिता सिंह ने बताया कि इस पूरे मामले में पूनम यादव का कोई विवाद नहीं था मात्र वह उस दौरान अपनी बुआ के घर पहुंची थी हलाकि इस पूरे विवाद में पूनम यादव को चोट नहीं आयी है।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.

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