Maharastra में सीएम पद को लेकर सियासी हलचल तेज़

Maharastra में सीएम पद को लेकर सियासी हलचल तेज़

Maharastra: सीएम पद को लेकर चल रही तनातनी के बीच शिवसेना अपने दम पर सरकार बनाने के दावे कर रही है, जिससे कि सियासी हलचल तेज़ हो गई हैं। 

संजय राउत एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात करने गए थे तब से राज्‍य में सरकार बनाने के नए समीकरण की संभावनाएं जन्म लेने लगी। 

इससे पहले भी शिवसेना 1980 लोकसभा  चुनाव, 2007, 2012 राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस का समर्थन कर चुकी हैं। ऐसे में राउत का कहना है कि अगर शिवसेना कदम उठाये तो उसे स्थिर सरकार बनाने के लिए आवश्यक समर्थन मिल जायेगा।

आपको बता दें कि वर्तमान स्तिथि में बीजेपी के पास सबसे ज्यादा विधायक हैं। उसके पास अपने 105 और 10 अन्य निर्दलीय विधायक मतलब की कुल 115 विधायकों का समर्थन प्राप्त हैं।

मगर बीजेपी का 145 की मैजिक फिगर तक पहुंचना नामुमकिन होगा क्यूंकि 288 सदस्यों के सदन में बहुमत  के लिए उसे 145 विधायक चाहिए। 

वहीं बात अगर शिवसेना की करें तो बीजेपी की सरकार न बन पाने की स्तिथि में उसे राज्यपाल के करीब दूसरे सबसे बड़े दल का दावा कर उन्हें संतुष्ट करना होगा कि उसके पास 145 विधायकों का समर्थन मौजूद हैं।

अगर कांग्रेस उसे समर्थन दे भी दे तो 44 कोंग्रेसी, 56 शिवसेना और 7 अन्य निर्दलीय विधायकों को मिला कर कुल संख्या 107 ही होती हैं। जो बहुमत से कम है।

न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं।

Adhyan Chaurasiya