मणिकर्णिका घाट पर स्‍मार्ट फोन के माध्यम से साध रहे परलोक से संपर्क

मणिकर्णिका घाट पर स्‍मार्ट फोन के माध्यम से साध रहे परलोक से संपर्क

वाराणसी पुरे संसार में स्‍मार्ट फोन से अब काम सरल हो रहा है। काशी के महाश्‍मशान में आज भी देश विदेश से तंत्र साधकों का जमावडा यहा नित्‍य लगा रहता है। सदियों से तंत्र साधना के तौर तरीके तो नहीं बदले मगर अब बदलाव नजर आने लगा है। तंत्र मंत्र की पोथी की जगह अब स्‍मार्ट फोन लेते जा रहे हैं। अब रात के घुप्प अंधेरे में किसी चिता के पास मोबाइल की रोशनी जली हुई नजर आए तो समझिए तंत्र साधना गूगल में मौजूद बीज मंत्रों से चल रही है। जी हां, अब तंत्र साधना भी गूगल के सहारे महाश्‍मशान यानि मणिकर्णिका पर होती है। संचार क्रांति के इस युग में रात करीब दो बजे मणिकर्णिका घाट पर जलती चिता के निकट अग्नि प्रज्ज्वलित कर गूगल पर उपलब्ध तंत्र साधना के मंत्रों व उपायों के सहारे अपनी साधना को सिद्ध करने में जुटे तंत्र साधक बदलती परंपराओं के बारे में बता रहे हैं।

रोशनी में तंत्र मंत्र पढने में होती है दिक्‍क‍त

यह तस्‍वीर अब घाट पर आम है, साथ ही यह नजारा सा‍बित करता है कि हमारे वेद, पुराण व तंत्र साधना के ग्रंथ लाइब्रेरी से निकल गूगल के दरवाजे से घाट तक दस्‍तक दे रहे हैं। वहीं कुछ लोग एेसे भी हैं कि परिवार के सदस्‍य के निधन की जानकारी के बाद शव न मिलने की सूरत में घाट पर प्रतीकात्‍मक शवदाह करने आते हैं। ऐसे मामलों में भी रात होने पर पोथी के नाम पर मोबाइल का ही सहारा लिया जा रहा है। इस मामले को कुछ यों भी समझ स‍कते हैं कि अब परलोक से संपर्क के लिए भी स्‍मार्ट फोन की जरूरत महाश्‍मशान में पड़ने लगी है। एक तंत्र साधक ने बताया कि पहले चिता की रोशनी में तंत्र मंत्र पढने में काफी दिक्‍क‍त होता था।

तंत्र और मंत्र की साधना को लेकर कई पोर्टल हैं

चिता ठंडी होते ही रोशनी भी खत्‍म हो जाती है लिहाजा एकांत की आस में चिता के पास रोशनी करने से लोगाें की सतर्क निगाह से रोक टोक के अवसर भी बढ़ जाते हैं। ऐसे में तंत्र साधना भी बाधित होती है। अब मोबाइल में रोशनी भी है और पोथी भी जिसके कारण अब चिता की रोशनी में तंत्र मंत्र पढ़ने में कोई कठिन कार्य नहीं है। गूगल खोज विकल्‍पों में तंत्र और मंत्र की साधना को लेकर कई पोर्टल हैं जहां इन बीज मंत्रों की जानकारी है। पोथियों की डिजिटल फाइलें भी मौजूद हैं लिहाजा कभी महाश्‍मशान पर रोकटोक की नौबत आती है तो पोथी न रहने से तंत्र मंत्र के साधक भी निश्चिंत रहते हैं। नवरात्रि ही नहीं बल्कि वर्ष भर यह नजारे महाश्‍मशान पर आम हैं और परलोक साधने में अाम हो रही है स्‍मार्ट फाेन की दुनिया भी।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.

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