अमेरिकी संसद में पेश हुए जकरबर्ग, भारत में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कही ये बड़ी बात
ब्रिटिश एनालिटिका से डेटा शेयर करने के मामले में फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग मंगलवार को अमेरिकी कांग्रेस की दो सीनेट कमेटी के ज्वाइंट सेशन में पेश हुए। डेटा शेयर को लेकर माफी मांगी। साथ ही उन्होंने भारत में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के बारे में कहा कि वे कोशिश करेंगे कि इसमें पूरी सावधानी बरतेंगे। जकरबर्ग ने समिति के सामने डेटा लीक रोकने को लेकर अपनी तैयारी और उठाए जाने वाले कदमों की भी जानकारी दी।
इस मामले में जकरबर्ग से 44 सीनेटर ने सवाल जवाब किए और इस दौरान वहा करीब 200 अन्य लोग भी मौजूद थे। इससे पहले जकरबर्ग ने कमेटी को दिए अपने बयान में यूजर्स के निजी डाटा लीक मामले में अमरीकी कांग्रेस से माफ़ी मांगी।
अपने सम्बोधन में जकरबर्ग ने कहा 2016 में हुए अमेरिकी चुनाव के बाद हमारी सबसे बड़े प्राथमिकता है कि हम दुनिया में होने वाले चुनाव में सावधानी बरतें। हमारे लिए डेटा प्राइवेसी और विदेश में होने वाले चुनाव सबसे अहम मुद्दा हैं, जिन्हे सही से निभाना हमारी बड़ी जिम्मेदारी है। 2018 दुनिया के लिए महत्वपूर्ण साल है भारत और पाकिस्तान समेत कई देशों में चुनाव होंगे। हम इन चुनाव को सुरक्षित बनाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करेंगे।
रूस के ऊपर लगाया ये बड़ा आरोप
जकरबर्ग ने रूस पर आरोप लगाते हुए कहा रूस में कुछ लोग हैं जिनका काम हमारे सिस्टम, दूसरे इंटरनेट सिस्टम और अन्य सिस्टम में सेंध लगाकर फायदा उठाना है। जकरबर्ग ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि, मैंने फेसबुक के 8.70 करोड़ यूजर्स के निजी डेटा का दुरुपयोग रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए, जबकि यह मेरी जिम्मेदारी थी इसके लिए मै सबसे माफ़ी चाहता हूँ।
ये है फेसबुक पे आरोप
आपको बता दे कि ऐप के जरिए फेसबुक से दो लाख 70 हजार लोगों की यूजरप्रोफाइल डाउनलोड की गई और इन लोगो के जरिए उनके फ्रेंडलिस्ट में जाकर करीब 5 करोड़ यूजर्स की जानकारी हासिल की गई। इसके बाद बिना वोटर्स के जाने उनका माइंड वॉश किया गया।