वाराणसी नगर निगम की नयी शुरुवात ,शुरू की ‘मटीरियल रिकवरी फैसिलिटी’
वाराणसी। वाराणसी नगर निगम ने टेट्रा पैक, जीआईजेड और टेरी के साथ मिलाकर ‘मटीरियल रिकवरी फैसिलिटी’ का शुभारंभ किया। यह भारत की इकलौती ऐसी पहल है जिसमे भारत में अपशिष्ट प्रबंवधन में सार्वजनिक –निजी पार्टनरशिप, जो कचरे के भराव क्षेत्र में शून्य अपशिष्ट सुनिश्चित करने पर केंद्रित हैं।
रिसाइकल करने योग्य कचरे का एकत्रीकरण बढ़ाने और शहर में अपशिष्ट प्रबंधन को मजबूती देने के लिए आज नगर निगम ने एक नयी पहल की है। ये एमआरएफ एक अपशिष्ट छंटाई केंद्र के रूप में कार्य करेगी जहां शहर में फैले प्लास्टिक, मिश्रित कागज, पेपर के बने कार्टून आदि को अलग एवं संतुलित करने का कार्य किया जायेगा।
NAMA परियोजना को पर्यावरण, प्रकृति संरक्षण और परमाणु सुरक्षा के संघीय मंत्रालय (BMU), जर्मनी द्वारा वित्तपोषण दिया गया है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC), भारत सरकार, NAMA परियोजना के लिए नोडल मंत्रालय है।
इस सुविधा के लिए जमीन VMC द्वारा प्रदान की गई है, टेट्रा पैक ने जीआईज़ेड की NAMA परियोजना के लिए उपकरण और साझेदारी प्रदान की है और टेरी “म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट (MSW)” से संबधित तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान कर रहा है जिससे उद्देश्य अपशिष्ट प्रबंधन सेक्टर से उत्सर्जित होने वाली ‘ग्रीन हाउस गैसेस’ (GHG) को कम करना है।
टेट्रा पैक एशिया पैसिफिक के वाइस प्रेसिडेंट सस्टेनेबिलिटि, जयदीप गोखले ने कहा, “हम दृढ़ता से इस बात पर विश्वास करते हैं कि रिसायकल करने से अपशिष्ट को धन में बदला जा सकता है। 16 वर्षों से अधिक समय से हम अपने कागज़ आधारित और पूर्ण रूप से रिसायकल करने योग्य पैकेज के लिए एक स्थायी संग्रह और रीसाइकलिंग पारिस्थितिक तंत्र निर्मित करने के लिए कार्य करते आ रहे हैं।
आज यह पारिस्थितिक तंत्र भारत के 23 से ज़्यादा शहरों को कवर करता है और भारत में बेचे जाने वाले प्रत्येक 2 कार्टन पैकेजों में से 1 रिसायकल होता है। हम अपनी विशेषज्ञता और अनुभव को VMC, टेरी और जीआईज़ेड जैसे प्रतिबद्ध साझेदारों के साथ साझा करने में प्रसन्न है ताकि पीएम मोदी जी के स्वच्छ भारत के सपने को और बेहतर बनाया जा सके और भविष्य में कागज़ से बने कार्टन का संग्रह बढ़ें और उनकी रिसायकलिंग हो सके।”
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