जल्द ही वाराणसी में दौड़ेगी मेट्रो, इन क्षेत्रों का किया जा रहा हैं सर्वेक्षण
वाराणसी: शहर में मेट्रो चलाने के लिए दिल्ली से आयी टीम ने दोबारा से सर्वे को पूरा कर लिया है। मेट्रो सर्वे की पूरी रिपोर्ट तैयार करके 15 दिन बाद वीडीए को सौंपेगी।जिसके बाद तैय होगा की काशी में मेट्रो चलेगी या नहीं। हालांकि मोनोरेल और रोपवे की भी संभावनाएं तलाशने का कार्य वाराणसी विकास प्राधिकरण ने शुरू कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक बड़े महानगरों की तर्ज पर पहली बार काशी में भी मेट्रो चलाने के लिए सर्वे हुआ था,इसके रूट बीएचयू से भेल तक व बीएचयू से सारनाथ तक करीब 29 किलोमीटर तक बनाए गए थे। हालांकि इसमें जमीन के अंदर 22 किलोमीटर टनल बनाकर और 7 किलोमीटर पिलरों को बना कर मेट्रो को दौड़ाना है।
दिल्ली से आई थी सर्वे टीम
आप को बता कि इसके लिए राइट्स ने सर्वे किया सर्वे को घाटे का सौदा बताते हुए उसने इस प्रोजेक्ट को निरस्त कर दिया। लेकिन एक बार फिर प्रदेश सरकार ने 81 लाख रुपये देकर राइट्स से दोबारा सर्वे कराया है। इस सर्वे का कार्य पूरा कर टीम दिल्ली लौट गयी है। राजेश कुमार वीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि करीब 15 दिन बाद राइट्स अपनी सर्वे रिपोर्ट सौंपेगी।
गलियों और सड़को को लेकर बनी हुई है समस्या
हालांकि अब तलाशी जा रही रोपवे की संभावनाएं। बनारस प्राचीन शहर होने के चलते गलियों व सड़कों का चौड़ीकरण के अभाव में मेट्रो रेल सेवा को शुरू करने में बहुत अधिक मुश्किल सामने आने वाली है। इसमें कई समस्याओं को देखते हुए काफी तोड़फोड़ से लेकर अब काशी शहर में रोपवे चलाने की तैयारी हो रही है। इसको लेकर संभावनाएं तलाशी जा रही हैं,अब पिलरों के जरिये से रोपवे को शहर में चलाया जा सके।