मोहन भागवत ने दिया संकेत इस सीट से चुनाव लड़ेंगे पीएम नरेंद्र मोदी
वाराणसी: RSS के मुखिया मोहन भागवत का काशी का दौरा खत्म हो चुका है और संघ प्रमुख काशी से वापस भी जा चुके हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख लगभग 6 साल बाद बनारस की धरती पर आये थे। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर मोहन भागवत का काशी दौरा बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है, वर्ष 2014 में संघ के सुझाव पर ही गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी की सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया था। भारतीय जनता पार्टी में महत्वपूर्ण पदों पर किस नेता को बैठाना है इसका फैसला संघ के द्वारा ही किया जाता है।
2017 के विधानसभा चुनाव के बाद सीएम पद के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली पसंद रेल मंत्री मनोज सिन्हा थे परंतु संघ के हस्तक्षेप के वजह से ही आदित्यनाथ योगी को सीएम का पद दिया गया, इससे साफ होता है कि भारतीय जनता पार्टी का भविष्य संघ द्वारा ही तय किया जाता है और आने वाले वक्त में काशी में मोहन भागवत का सप्ताह व्यापी दौरा बहुत महत्वपूर्ण रोल अदा करने वाला है। सूत्रों के अनुसार 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर संघ द्वारा कई निर्णायक फैसले लिए गए हैं, दलित वर्ग के अलावा मुस्लिम महिलाओं के तरफ स्वयंसेवकों से अपनी पहुंच बढ़ाने की बात कही गई है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किस सीट से चुनाव लड़ेंगे इसका भी फैसला किया गया है। संघ चाहता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी की सीट से ही चुनाव लड़े क्योंकि अगर वह किसी और सीट से चुनाव लड़ते हैं तो पूर्वांचल के कई सीटों से बीजेपी को नुकसान झेलना पड़ सकता है। संघ के मुताबिक वाराणसी का सीट छोड़ने से देशभर में यह संदेश फैलेगा कि विकास ना करवा पाने की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरे सीट से चुनाव लड़ रहे हैं जो कि संघ बिल्कुल नहीं चाहता। अब यह तो वक्त ही बताएगा कि संघ के अनुसार बीजेपी अपनी चुनावी रणनीति किस तरह तैयार करता है।