सरकारी बंगला खाली करने को तैयार नहीं मुलायम-अखिलेश, सरकार से मांगे 2 साल
इस बात को लेकर सभी मंत्रियो को बड़ा झटका लगा, सभी रियासी बांग्ला को बचने के फिरत में लग गए।
उत्तर-प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायमसिंह यादव व अखिलेश यादव को सरकारी बंगले से इतना प्यार हो गया कि वह सुप्रीम कोर्ट के बंगले खाली करने के आदेश के बाद भी उन्हें नहीं छोड़ रहे हैं।मुलायम ने अब राज्य संपत्ति विभाग को चिट्ठी लिखकर दो साल का वक्त मांगा है। विभाग ने सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को बंगला खाली करने का नोटिस दिया था।
इसी प्रकार नोटिस मिलने के बाद मुलायम के बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी विभाग को पत्र लिख चुके हैं। वहीं, बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी अपने सरकारी आवास पर काशीराम यादगार विश्राम स्थल का बोर्ड लगा रखा है। कोर्ट के आदेश के बावजूद ये तीन पूर्व मुख्यमंत्री सरकारी बंगला छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। वही भाजपा मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह बंगला छोड़ चुके है।
बता दें कि मुलायम को न तो कोई किराए का घर पसंद आया है और न ही वह नया घर खरीदने के मूड में हैं। लखनऊ में मुलायम सिंह का अपना कोई घर नहीं है। अब उन्होंने योगी सरकार से दो साल के लिए बंगले में रहने देने की मांग की है। मुलायम ने इसके लिए राज्य संपत्ति को चिट्ठी भी भेज दी है।
यूपी में जीवन भर के लिए पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी आवास मिलने की परंपरा थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद से पूर्व मुख्यमंत्री परेशान हो गए हैं। तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके मुलायम 23 सालों से पांच विक्रमादित्य मार्ग वाले बंगले में रह रहे हैं। अपना घर बचाने के लिए वे सीएम योगी आदित्यनाथ से पिछले हफ़्ते मिल भी चुके हैं। इसी प्रकार अखिलेश यादव ने सुरक्षा का हवाला देकर बंगला खाली करने के लिए दो साल का समय मांगा है।