वाराणसी असहयोग आंदोलन के चौथे दिन महिलाओ ने रिंग रोड सरहद पीलर के पास किया प्रदर्शन। 

वाराणसी असहयोग आंदोलन के चौथे दिन महिलाओ ने रिंग रोड सरहद पीलर के पास किया प्रदर्शन। 

वाराणसी रिंग रोड परियोजना फेस दो में प्रभावित,लोहरपुर,खेवसीपुर,गोपीपुर,मेहदीगंज व रखौना तक के 18 गांव की महिला कृषको ने किसान नेता जयराम पाण्डेय तथा सामाजसेवी पवन पाण्डेय के नेतृत्व में चलाये जा रहे असहयोग आंदोलन में गुरुवार को दोपहर में लोहरपुर में रिंग रोड के सरहद पर गाड़े गए पीलर के पास पहुँच कर असहयोग आंदोलन को सफल बनाने के लिए प्रदर्शन किया।

जान दे देगे लेकिन उचित मुआवजा नहीं मिला तो जमीन नहीं देगे।

इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि यदि हमारी उपजाऊ जमीन को शासन व प्रसाशन के लोग जबरन लेने की कोसिश करेगे तो हम लोग अन्याय बर्दाश्त नहीं करेगे। किसानो ने कहा कि हमारी फसलो का लागत मूल्य दो गुना तथा रिंग रोड परियोजना का विक्रय मूल्य या वर्तमान अधिकतम सर्किल दर का चार गुना मिलना चाहिए। उपस्थित महिला व पुरुष कृषको ने कहा कि हम लोग विकास कार्य के बाधक नहीं है छल छद्म किये बिना उचित मुआवजा देकर रिंग रोड का निर्माण कार्य सुरु करे हम किसानो को कोई आपत्ति नहीं है।

प्रदर्शन में प्रमुख रूप से सत्यनारायण पटेल, दीनानाथ पाण्डेय, संतोष पटेल, सदानंद, मनोज कुमार, खरपत्तू, रमाशंकर पटेल, शिवदुलार पटेल, देवनाथ यादव, ओमप्रकाश, शांती देवी, अमरावती, मालती, देवराजी, उषा सहित भारी संख्या में महिला व पुरुष किसान शामिल थे। अध्यक्षता दीनानाथ तथा संचालन संतोष पटेल ने किया। लगातार चल रहे इस आंदोलन का सरकार पर कोई प्रभाव पड़ता नहीं दिख रहा है। मगर अगर देखा जाए तो किसानो की मांगे जायस भी है।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.