अब काशी में भी आर्डर करें ऑनलाइन फलों का सलाद, युवाओं ने शुरू की मुहिम
वाराणसी। मनुष्य के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण जरूरतों में से एक है भोजन। लेकिन आज के भागती-दौड़ती जिंदगी में उसे भी ज्यादा जरुरी पौष्टिक और शुद्ध भोजन। बाजार के भंवर में हर कोई जंक फूड के चक्कर में फंस गया है। फलों और हमारे बीच की दूरी बहुत अधिक हो चुकी है। इसी दूरी को ख़त्म करने के लिए और लोगों की आम जिन्दगी में फल और प्राकृतिक आहार खाने की आदत लगाने की एक मुहीम काशी के युवाओं ने शुरू की है। ये मुहीम पूरी तरह नो प्रॉफिट-नो लॉस कांसेप्ट पर आधारित है।
वाराणसी के कुछ युवाओं ने मिलकर एक ऑनलाइन स्टार्टअप शुरू किया है। जिसके तहत कई प्रकार के शुद्ध और प्राकृतिक तत्वों से बने कई उत्पाद (Product) उपलब्ध हैं। इनमें फ्रूट सलाद, स्प्राउट सलाद, (भाप पर पकी हुई सब्जी) स्टीम्ड वेजिटेबल, ताजा जूस, देशी गाय के दूध, अंकुरित अनाज के बॉक्स शामिल हैं। ये सभी उत्पाद www.envirfoods.in पर जाकर आर्डर किया जा सकता है।
इस मुहिम की शुरुआत रामानंद तिवारी और अतुल पांडेय ने की है। शुक्रवार यानी 20 अगस्त को एक इसे लेकर एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। प्रेस कांफ्रेंस में रामानंद तिवारी ने बताया कि “कोरोना महामारी में भोजन की शुद्धता और पूर्णता की बहस जोरशोर से सुनने को मिली। एक बार फिर शरीर के लिए विटामिन युक्त भोजन पर बल देने की बात हो रही है। ऐसे में हमारी कोशिश है कि प्राकृतिक सब्जियां और फल शुद्ध रूप में जन-जन तक पहुंचाया जाए।”
पर्यावरण के अनुकूल है बॉक्स:
उत्पाद ऑर्डर करने वाले लोगों तक फ्रूट सलाद और भाप पर पकी हुई सब्जियां जैसे सामान एक बॉक्स में पहुंचाया जाता है। जो पर्यावरण के अनुकूल है। एक बॉक्स में सात से भी अधिक मौसमी फलों के सलाद, अंकुरित अनाज और दाल, जूस और भाप पर पकाई गईं सात से भी अधिक हरी और ताज़ी सब्जियां दी जा रही हैं। बॉक्स में स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद चीजें जैसे शहद, सूखा मेवा आदि भी दिया जाता है।
बता दें कि जब कोई व्यक्ति कोई उत्पाद ऑर्डर करता है तब ही उसे तैयार किया जाता है। माने कि पहले से कोई भी सामान बनाकर नहीं रखा जाता है। न ही किसी उत्पाद को रेफ्रिजरेटर में संरक्षित किया जाता है।
जरूरतमंदों की करेंगे मदद:
इस ऑनलाइन स्टार्टअप के संयोजक अतुल पांडेय ने बताया कि “यह काम बिना लाभ-बिना नुकसान के आधार पर किया जा रहा है। कोविड के दौर में लोगों का जीवन सिर्फ खानपान के चलते प्रभावित हुआ है। साथ ही ऐसी स्थिति भी आ गई कि समाज के एक तबके के पास खाने का भी संकट हो गया है। इसलिए हमने तय किया है कि प्रतिदिन अपने कुल बॉक्स के 10 प्रतिशत हिस्से को हम जरूरतमंदों में बांट देंगे।”
उन्होंने कहा कि हमारा प्रारंभिक उद्देश्य स्वस्थ खानपान की आदत को बढ़ावा देना है। इसके बाद हम लोग ऑर्गनिक खेती की तरफ रुख करेंगे।”
आज आयोजित प्रेस वार्ता में प्रतिष्ठित साहित्यकार निलय उपाध्याय, अजीत कुमार सिंह, अजीत मिश्र, प्रवीण कुमार, विनय पांडेय, भानू प्रताप, शाश्वत, विपुल, वैभव, विभू, सुंदरम, राजू, सौम्या, अतुल, श्रीनिवास, गौरव, समीर, मयंक व अन्य सदस्य मौजूद रहे।