पाकिस्तान से आकर काशी में बसे महादेव
वाराणसी। कहते हैं कण कण में शंकर विराजते हैं और बात जब काशी की हो रही हो तो यहां का हर कण महादेव के नाम से ही गूंजता है।
तो चलिए ले चलते हैं आपको एक ऐसे मंदिर के दर्शन के लिए जो है तो हिंदुस्तान के काशी में स्थित महादेव का मंदिर पर दुनियां इसे पाकिस्तानी महादेव के नाम से जानती है।
मान्यता है कि इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग पाकिस्तान से लाया गया है। कहा जाता है कि भारत पाकिस्तान विभाजन के समय एक सिंधी परिवार अपने साथ ये खंडित शिवलिंग लाया था।
जब उस परिवार के लोगों शिवलिंग के बारे में पंडितों से परामर्श लिया तो पंडितों ने शिवलिंग को गंगा में विसर्जित करने का सुझाव दिया और शिवलिंग को कहीं नीचे रखने से भी माना किया।
जब परिवार के सदस्य शिवलिंग को गंगा में विसर्जित करने पहुंचे तो किनारे पर पहुंचते ही उन्हें बेचैनी होने लगी और आराम करने के लिए उन्होंने शिवलिंग नीचे रख दिया।
तभी से ये शिवलिंग गंगा किनारे स्थित हो गया और आज ना सिर्फ काशी बल्कि पूरी दुनियां से लोग इस मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं।
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