इमरजेंसी की बरसी पर बरसे पीएम मोदी कहा—वो ना तब सुधरे थे ना आज
इमरजेंसी की बरसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुंबई में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने पहुंचे. यहां दिए गए उनके भाषण से एक बार जाहिर हो गई है कि वे इमरजेंसी के दर्द को भूल नहीं पाए हैं और देश की जनता की ओर से आज भी कांग्रेस से सवाल कर रहे हैं।
उन्होंने लोकतंत्र का मजाक बनाया था और आज भी वही कर रहे हैं
पीएम मोदी ने कहा कि मैं किसी पार्टी की आलोचना नहीं करना चाहता पर यह बताना चाहता हूं कि तब जो हुआ वो आज भी हो रहा है। मैं नहीं चाहता कि वह दौर फिर वापस आए और देश की जनता एक बार फिर आपातकाल में फंस जाए। उन्होंने कहा कि देश ने कभी सोचा तक नहीं था कि सत्ता सुख के मोह में और परिवार भक्ति के पागलपन में, लोकतंत्र और संविधान की बड़ी बड़ी बातें करने वाले लोग हिन्दुस्तान को जेलखाना बना देंगे।
आपातकाल के समय न्यायपालिका को भयभीत कर दिया था, जो लोकतंत्र के प्रति समर्पित थे उनको मुसीबत झेलने के लिए मजबूर कर दिया गया था और जो लोग एक परिवार के पक्ष में थे उनकी पांचों उंगलियां घी में थी, एक परिवार के लिए संविधान का किस प्रकार से साधन के रूप में उपयोग किया जा सकता है, शायद ही ऐसा उदाहरण कहीं मिल सकता है। वे जो तब कर रहे थे वे आज भी कर रहे हैं. तब भी उन्होंने लोकतंत्र का मजाक बनाया था और आज भी वही कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें देश के युवाओं को जागरूक बनाना होगा. उन्हें बताना होगा कि आपातकाल में क्या हुआ था? जब तक वे जानेंगे नहीं तब तक मानेंगे नहीं।