सुप्रीम कोर्ट में राम जन्म भूमि विवाद पे शुरू हुई सुनवाई, जल्द आ सकता फैसला
सुप्रीम कोर्ट में आज सदियों पुराने राम जन्म भूमि विवाद मामले की सुनवाई शुरू हो गयी हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में 2010 के इलहाबाद हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए दायर किये गए अपील पर सुनवाई की जा रही हैं। इलहाबाद उच्च न्यायलय ने अयोध्या में विवादित स्थल के तीन तरह के विभाजन को अनिवार्य किये जाने का फैसला सुनाया हैं।
शीर्ष कोर्ट ने इसके पहले मामले में 32 हस्तक्षेप याचिका को ख़ारिज कर दिया था इसमें श्याम बेनगल, अपर्णा सेन, तीस्ता सीतलवाड़ की याचिका भी शामिल थी। इसके पहले की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट के मुख्या न्यायधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता में अशोक भुसन, अब्दुल नज़ीर की न्यायिक पीठ ने अयोध्या मामले में किसी तरह के हस्तक्षेप आवेदन को स्वीकार करने से मना कर दिया था। शीर्ष अदालत ने भाजपा नेता सुब्रमनियम स्वामी के याचिका को भी ख़ारिज कर दिया था।
कहा जाता हैं मीर बांकी ने करवाया था निर्माण
आपको बता दे कि अयोध्या मामले में हिन्दु कारसेवको और संगठनों द्वारा दावा किया जाता हैं कि वहां मूल रूप से राम मंदिर का निर्माण किया गया था और बाद में विदेशी आक्रान्ताओ द्वारा वहा मंदिर को तोड़कर मस्जिद की स्थापना की गयी हैं। इसी बात को लेकर दोनों पक्ष अपनी अपनी बात रखते हैं, ज्यादेतर लोगो का कहना हैं कि बाबरी मस्जिद का निर्माण बाबर के सेनापति मीर बांकी ने करवाया था।
विध्वंस के बाद कई जगह भड़के थे दंगे
आपको बता दे कि दिसंबर 1992 को जब अयोध्या में उन्मादियों की भीड़ ने ऐतिहासिक बाबरी मस्जिद गिरा दी थी तो इसके बाद देश में दंगे भड़के और ज़मीने खून से लाल हो उठीं। लेकिन हिंसा आखिर कितनी देर खिंचती, विरोध का एक सिलसिला उठा और तब साहित्य और संस्कृति जगत ने विध्वंस की कड़ी आलोचना की थी।