खून से ख़त लिखकर वाराणसी के किसानों ने PM से मांगी अपनी ज़मीन वापस
वाराणसी: शहर के मोहनसराय ट्रांसपोर्ट नगर विकास योजना के अंतर्गत जिन किसानो का सरकार द्वारा भूमी का अधिग्रहण किया गया था।वो किसान पिछले चार दिनों से धरनारत्त हैं,और अपने जमीन वापसी की मांग कर रहे हैं।इस बात को लेकर किसानो ने गुरूवार को अपने खून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पोस्टकार्ड पर अपनी जमीन वापसी की मांग लिख उनसे न्याय की मांग की है। किसानो ने कहा कि सरकार ने हमारी ज़मीन का मुआवजा नहीं दिया है। इसलिए हमें हमारी ज़मीन वापस चाहिए।
आप को बता कि इस सम्बन्ध में किसान कांग्रेस कमेटी के प्रदेश संयोजक विवेक राय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस के सांसद हैं। और मोदी के सांसदीय क्षेत्र में किसान अपनी ज़मीन के ऊपर किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं पा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक कुछ वर्ष पहले मोहनसराय ट्रांसपोर्ट नगर योजना के अंतर्गत मोहनसराय और अन्य गांवों के 1192 किसानो का जमीन अधिग्रहण करते हुए उनका नाम सरकारी अभिलेखों से हटा दिया गया।
सरकारी सब्सिडी भी नहीं मिलती हैं
किसान अपने बहुफसली ज़मीन पर सरकारी अभिलेखों से नाम हटाने के बाद भी आज तक खेती करते चले आ रहे हैं। उन्हें सरकार द्वारा आने वाली कोई भी सब्सिडी सरकारी अभिलेखों में नाम कट जाने के कारण नहीं मिलती है। जैसे बीज, खाद, मृदा परिक्षण सुविधाओं नहीं मिलता हैं। क्योंकि उनकी ज़मीन पर उनका नाम नहीं है। एक बार फिर आज सभी किसानों ने प्रधानमंत्री को न्याय के लिए और अपनी ज़मीन वापस पाने के लिए खून से ख़त लिखा है।
नहीं मिला मुआवज़ा
गायत्री देवी ने बताया कि सरकार ने हमारी ज़मीन ले ली पर हमें कोई मुआवजा नहीं दिया गया। हमें हमारी ज़मीन से बेदखल कर दिया गया है, इसीलिए हम सभी किसानो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने खून से ख़त लिखा है कि हमारी ज़मीन वापस कर दीजिये।