देर रात कार्य होता तो शायद हादसा न होता, जर्जर मकान के चपेट में आए बच्चे सहित चार लोग

देर रात कार्य होता तो शायद हादसा न होता, जर्जर मकान के चपेट में आए बच्चे सहित चार लोग

शहर के व्यस्तम इलाके आदमपुर थाना क्षेत्रान्तर्गत प्रह्लाद घाट इलाके में एक जर्जर माकन गिराने से अफरा तफरी मच गयी। जर्जर हो चुके मकान से अगले हिस्से का सड़क पर गिरने से उसके चपेट में एक बच्चा सहित चार लोग आ गए। घायलों का इलाज मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा में चल रहा है। मकान मालिक की माने तो नगर निगम अनुमति अनुरूप माकन गिरवाते वक़्त ये हादसा हुआ।

स्थानीय लोगो ने चेताया था हादसा

प्राप्त जानकारी अनुसार प्रह्लाद घाट स्थित सुरेश तिवारी के मकान में तोड़ फोड़ का कार्य चल रहा था, जिसका स्थानीय लोगो द्वारा विरोध भी किया गया ताकि कोई अनहोनी न होने पाए, जिसके जवाब में मकान स्वामी ने बोला की नगर निगम से अनुमति लेकर कार्य कराया जा रहा है। मंगलवार को सांय तक़रीबन 5 बजे माकन का अगला हिस्सा भरभरा सड़क पर आ गिरा।

घायलों की स्थिति गंभीर

मलबा गिरने से बिजली मिस्त्री भरत सहानी(44), रोहित(22), कुमार सहानी(25), मोनू गौड़(12) गंभीर रूप से घायल हुए। स्थानीय लोगो की मदद से घायलों को मलबे से बहार निकल कर मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया जहा पर उनकी स्थिति अभी भी गंभीर बनाई हुयी है।

देर रात कार्य होता तो शायद हादसा न होता

क्षेत्रीय नागरिकों ने सुरेश तिवारी पर आरोप लगते हुए कहा कि सुरेश सरकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से नियम विरुद्ध कार्य कर रहा है। मकान के नीचे दूकान है और चलती हुई सड़क है उसके बावजूद दिन में मकान को तोड़ने का कार्य किया जा रहा था जिस कारण यह घटना हुई यदि यह कार्य रात में होता तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.