बनारसी कचौड़ी-जलेबी खाने के बाद स्मृति ईरानी ने कहा – ऐसा स्वाद कहीं और नहीं
वाराणसी। रविवार को वाराणसी के बड़ा लालपुर स्थित दीनदयाल हस्तकला संकुल में शु्रू हुए चार दिवसीय इंडिया कार्पेट एक्सपो के उद्घाटन सत्र में शामिल होने से पहले केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा का दर्शन पूजन किया। इस दौरान नदेसर स्थित होटल लौटते समय नीचीबाग गुरुद्वारे के पास बनारसी कचौड़ी और जलेबी का भी स्वाद लिया। होटल से दीनदयाल हस्तकला संकुल जाते समय नदेसर पर कुल्लड़ वाली चाय पी।
स्मृति ईरानी ने पूछा – कौन सा मसाला डालते हैं?
स्मृति ईरानी ने दुकानदार से पूछा दिल्ली और अहमदाबाद में भी कचौड़ी सब्जी मिलती है लेकिन उसमें यह स्वाद क्यों नहीं आता? कौन सा मसाला डालते हैं आप लोग? दुकानदार ने कहा मैडम यह मसाले का नहीं बल्कि बनारस के पानी का असर है। भाजपा नेताओं ने बताया कि दर्शन पूजन के चलते उन्होंने सुबह से कुछ खाया नहीं था। दर्शन के बाद उन्होंने बहुत तेज भूख लगने की बात कही तो तत्काल नीचीबाग पर गाड़ी रुकवाकर कचौड़ी जलेबी खिलाया गया। इसके बाद वे होटल चली गई।
बनारस के अन्य प्रचलित खाद्य के बारे में भी जानकारी ली
इस दौरान भाजपा नेताओं ने उन्हें मेरी काशी पुस्तक भेंट की। केंद्रीय मंत्री ने अपने साथ के स्थानीय लोगों से कुछ पक्के बनारसी खानपान के बारे में पूछा। गुरुद्वारे के पास वाली गली के नुक्कड़ वाली दुकान पर स्मृति ईरानी ने भी आम ग्राहकों की तरह बैठकर कचौड़ी जलेबी का स्वाद लिया। दोने में सब्जी और कागज की प्लेट में कचौड़ी लेकर स्मृति ईरानी दुकान के अंदर लकड़ी की बेंच पर बैठीं और सामने प्लास्टिक के स्टूल पर रखकर खाया। इस दौरान उन्होंने बनारस के अन्य प्रचलित खाद्य के बारे में भी जानकारी ली।