सूरत से श्रमिकों के लेकर आयी ट्रेन, श्रमिकों ने सुनाई आपबीती
वाराणसी। पूरे देश मे अपने गृह जनपद से बाहर फंसे श्रमिकों को अपने घरों तक पहुंचाने का कार्य सरकार द्वारा किया जा रहा है।
इसीक्रम में आज सूरत से 1200 श्रमिकों को लेकर एक ट्रेन वाराणसी पहुंची। यह स्पेशल ट्रेन 6 मई को सूरत से रवाना हुई और आज यानी 7 मई को वाराणसी पहुंची।
वाराणसी पहुंची इस ट्रेन ने सवार श्रमिकों के दर्द को बयान किया। ट्रेन के वाराणसी जंक्शन पर लगते ही श्रमिकों ने राहत की सांस ली।
श्रमिकों ने बताया कि उन्हें ट्रेन में पूरी यात्रा के दौरान सिर्फ एक बार खाना दिया गया। यात्रा के दौरान कटनी में खाने में श्रमिकों को खिचड़ी और दो बोतल पानी के दिये गए।
हैरान कर देने वाली बात तब सामने आयी जब कुछ श्रमिकों ने सरकार के दावों की पोल दी। उन्होंने बताया कि इस यात्रा के लिए उनसे 750 रुपये से लेकर 650 रुपये लिए गए।
काम न होने और अपने घर वापस लौटने के लिए परेशान इन श्रमिकों के विषय मे विपक्ष लगातार सरकार पर निशाना साधे हुए है।
सरकार ने विपक्ष के सवाल पर जवाब देते हुए कहा था कि वापस घर लौट रहे श्रमिकों की यात्रा की टिकट के खर्च का 85% रेल प्रशासन और 15% राज्य सरकारें वहन करेंगी।
मगर वापस लौटे श्रमिकों से मिले जवाबों से जमीनी हकीकत सामने आ गयी और सरकार के दावों की पोल खुल गयी।
श्रमिकों ने बताया कि पैसे न होने की स्थिति में उन्होंने अपने घरों से पैसे मंगवाये और तब जाकर टिकट के पैसे दिए।
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