व्यापारियों ने उतारी बाईक की आरती वा पेट्रोल एवं डीज़ल को जीएसटी के दायरे में करने की रखी मांग
वाराणसी: बनारस में बनारसियों को अपने अल्हड़ अंदाज की वजह से ही विशेष माना जाता है। शुक्रवार को शहर के विशेश्वरगंज में एक अनोखा नजारा देखने को मिला व्यापारियों ने पेट्रो मूल्य वृद्धि से त्रस्त आकर ट्राली पर स्कूटी रखकर ना सिर्फ इसकी आरती उतारी बल्कि फिर से यह सबकरके उसको गैराज में रख दिया।प्रधानमंत्री से इस विरोध प्रदर्शन को करने वाले व्यापारियों से डीज़ल पेट्रोल को भी जीएसटी के दायरे में लाया जाए ताकि उनके दामों में गिरावट आ सके इसकी मांग रखी।
पेट्रोल मूल्य वृद्धि के खिलाफ हुआ विचित्र प्रदर्शन
वही दूसरी तरफ शहर के विशेश्वरगंज गल्ला मंडी में शहर की सुबह ए बनारस संस्था द्वारा पेट्रोल मूल्य बढ़ोतरी के खिलाफ विचित्र प्रदर्शन किया गया। स्कूटी को ट्राली पर रख कर सुबह ए बनारस क्लब के सदस्यों ने उसपर माला चढ़ाया एवं उसकी बीच चौराहे पर आरती भी उतारी। सुबह ए बनारस क्लब के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल ने इस सम्बन्ध में बताया कि समस्त देश पेट्रोल एवं डीज़ल के बढे हुए मूल्य से चिंतित है और सरकार ने वही इस सम्बन्ध में चुपी साध रखी है। जिस वजह से जनसामान्य परेशान हो उठा है।
जनसामान्य ने गाड़ियां रखी गैरेज में
इस सम्बन्ध में मुकेश ने बताया कि जनसामान्य ने पेट्रोल और डीज़ल के मूल्य वृद्धि के बाद से ही अपनी गाड़ियां गैरेज में रख दी है। साथ ही मुकेश ने यह भी कहा है कि 2014 के चुनाव के पहले विपक्ष का रोल निभानेवाली वर्तमान सरकार पूर्ववर्ती सरकार के शासन मे जब पेट्रोल एवं डीजल के मूल्य में जब बढ़ोतरी हुई थी तब इस मामले को ही चुनावी मुद्दा बनाकर पूरे उत्साह के साथ विभन्न प्रकार के विरोध-प्रदर्शन करते हुए सरकार को घेरने का काम किया गया था, तेजी से यह मामला सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।
चिन्तनीय वा हास्यास्पद विषय है यह
क्षेत्रीय व्यापारी सुबोध ने कहा कि वर्तमान सरकार उन दिनो की बाते भूल कर वर्तमान समय मे जनता से जुड़े इस मुद्दे की अनदेखी कर चुकी है जो की बहुत ही चिन्तनीय वा हास्यास्पद विषय है। पता हो कि हमारे पड़ोसी देशो मे पेट्रोल व डीजल सस्ते दामों पर बिक रहें हैं। जिस तरह से अप्रत्याशित रूप से डीजल के मूल्य मे बढ़ोतरी हुई है, उसका असर बाजारो मे ढुलाई भाड़ा मे होने वाली वृद्धि के कारण नजर आने लगा है। जिस पर महंगाई ने भी अब आवश्यक वस्तुओ पर अपना प्रभाव दिखाना प्रारंभ कर दिया है।
प्रधानमंत्री द्वारा बुलाई गयी कल की मिटिंग में पेट्रोल एवं डीज़ल को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग व्यापारियों ने की।